अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन प्रशासन ने म्यांमार के नागरिकों को अस्थाई रूप से वैध निवास देने की शुक्रवार को पेशकश की। म्यांमार में सेना ने निर्वाचित सरकार को सत्ता से बेदखल करते हुए देश की बागडोर अपने हाथ में ले थी और तख्तापलट के विरोध में हो रहे प्रदर्शनों को समाप्त करने के लिए सेना बल प्रयोग कर रही है।
आंतरिक सुरक्षा मंत्री एलेजान्द्रो मयोरकाज ने कहा कि इस अस्थाई संरक्षण की अवधि 18 माह की होगी। यह पेशकश केवल उन्हीं लोगों के लिए है जो म्यांमार के नागरिक हैं और पहले से ही अमेरिका में रह रहे हैं। मयोरकाज ने एक बयान में कहा कि तख्तापलट ने मानवीय हालात को और खराब कर दिया है, देश में सहायता और चिकित्सा सामग्री ले जाने वाले विमानों का परिचालन बाधित किया है और इससे देश में आर्थिक संकट आया है जिसकी वजह से म्यांमार के नागरिकों तथा लंबे समय से वहां रहने वालों का देश में सुरक्षित वापस लौटना मुश्किल हो गया है।
म्यांमार में तख्तापलट के खिलाफ प्रदर्शनकारियों पर सुरक्षा बलों की गोलीबारी में गुरुवार को 10 लोगों की मौत हो गई। वहीं, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने म्यामार से बर्बर बल प्रयोग रोकने की अपील की है। इस बीच, संयुक्त राष्ट्र के एक विशेषज्ञ ने कहा कि मानवता के खिलाफ अपराध के और सबूत मिले हैं।
सोशल मीडिया और स्थानीय मीडिया में आई खबरों में कहा गया कि गुरुवार को मायिंग में सुरक्षा बलों की कार्रवाई में छह प्रदर्शनकारी मारे गए। इसके अलावा यांगून, मांडले, बागो और तुआंगू में एक-एक प्रदर्शनकारी की मौत हो गई। मारे गए प्रदर्शनकारियों की तस्वीरें भी पोस्ट की गई है। सुरक्षा बलों ने पूर्व में भी प्रदर्शनकारियों पर गोलीबारी की थी जिसमें कम से कम 60 लोगों की मौत हुई थी।