साइबर अपराधियों का शिकंजा आम लोगों के साथ खास लोगों पर भी बढ़ता ही जा रहा है। पिछले दिनों मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की बेटी के खाते से हजारों रुपये उड़ाने के बाद अब नियंत्रक महालेखा परीक्षक (कैग) महानिदेशक के खाते से चार लाख 80 हजार रुपये उड़ा दिये गए। जालसाजों ने जिस तरह से महानिदेशक को ठगा है, सभी को सावधान होने की जरूरत है। पीड़ित ने गुरुवार को आईपी इस्टेट थाने में इस बाबत एफआईआर दर्ज कराई है। पुलिस इस ठगी के पीछे जामताड़ा गिरोह का हाथ होने की आशंका जता रही है।
जानकारी के अनुसार कैग महानिदेशक जेपीएन सिंह के मोबाइल फोन पर गुरुवार को एक फोन आया। फोन करने वाले ने बताया कि वह एयरटेल कम्पनी की तरफ से बात कर रहा है। उसने कहा कि महानिदेशक के मोबाइल नम्बर का पिछले महीने के बिल का भुगतान कम्पनी के सर्वर में नहीं मिल रहा है। इसलिए कनेक्शन कट जाएगा। फोन करने वाले ने महानिदेशक से दस रुपये का भुगतान करने के लिए कहा।
एफआईआर के अनुसार ओटीपी नहीं मिलने की वजह से दस रुपये का भुगतान नहीं हो पाया। इसी बीच उनके मोबाइल पर एक ओटीपी आया लेकिन बिना इसका इस्तेमाल किए उनके एसबीआई के बैंक खाते से साढ़े चार लाख रुपये निकल गये। इसके बाद फिर से उसी बैंक खाते से 30 हजार रुपये निकल गये।
महानिदेशक ने पुलिस को दी गई शिकायत में बताया कि यह सभी निकासी बिना ओटीपी के प्रयोग के हुई और यहां तक कि इस की जानकारी ईमेल पर भी नहीं आई। उन्होंने कहा कि डेबिट कार्ड से रुपये निकालने की सीमा एक लाख रुपये से कम है लेकिन इसके बाद भी चार लाख 80 हजार रुपये निकाल लिए गये। इस बाबत उन्होंने आईपी इस्टेट थाने में शिकायत दी। पुलिस ने तुरंत एफआईआर दर्ज कर ली है।