कानपुर गैंगरेप कांड में पीड़ितों के धमकाने वाले आरोपी का बड़ा भाई व दारोगा के बड़े बेटे सौरभ यादव को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। गैंगरेप के आरोपित दारोगा के छोटे बेटे दीपू और उसके दोस्त गोलू को पुलिस पहले ही जेल भेज चुकी है। वहीं पुलिस ट्रक की सच्चाई जानने का लगातार प्रयास कर रही है।
किशोरी के साथ रेप के मामले में पुलिस ने दारोगा पुत्र दीपू यादव, उसके साथी गोलू यादव और सौरभ यादव के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। पुलिस ने सबसे पहले गोलू, उसके बाद दारोगा पुत्र को पकड़कर जेल भेजा। अब सौरभ को भी गिरफ्तार कर लिया। पुलिस सूत्रों के मुताबिक गिरफ्तार सौरभ औरैया और कानपुर देहात के बीच छिपकर रह रहा था। उसे पकड़ने के लिए स्वाट और सर्विलांस टीम को लगाया गया था। इसके अलावा घाटमपुर, सजेती की चार टीमें उसकी तलाश कर रही थीं। पुलिस को कुछ रिश्तेदारों के बारे में जानकारी मिली, जिन्होंने सौरभ की मदद की थी। उसी से पुलिस को लीड मिली और आरोपित को गिरफ्तार कर लिया। एसपी ग्रामीण बृजेश कुमार श्रीवास्वत ने बताया कि सौरभ को शनिवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा।
ट्रक ने उलझाया पूरा केस
हादसे को अंजाम देने वाला ट्रक खोजना पुलिस के लिए चुनौती बन गया है। इसलिए केस उलझ गया है। जिस ट्रक को पुलिस ने पकड़ा, अब उसके आगे पीछे चलने वाले ट्रकों की तलाश की जा रही है। एसपी ग्रामीण का कहना है कि टोल से वारदात के करीब आधे घंटे बाद से एक घंटे तक गुजरने वाले ट्रकों का ब्योरा लिया गया है। एक-एक के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। उधर हत्यारोपी दारोगा फरार है। उसके मोबाइल भी बंद हैं। उसके परिजनों को पुलिस ने उठाया है।
दारोगा की दिनचर्या गले नहीं उतर रही
सामूहिक दुष्कर्म की वारदात आठ मार्च की है। पीड़िता के चाचा ने पुलिस को तहरीर दी है। 0समें आरोप लगाया है कि 9 मार्च को दोपहर तीन बजे हत्यारोपित दारोगा देवेंद्र सिंह यादव अपने साथियों के साथ उनके घर पर आए और पीड़िता के दस साल के भाई को अगवा करने का प्रयास किया। पुलिस ने इस मामले की जांच राजपत्रित अधिकारी से करवा रही है।
तहकीकात में पता चला कि कन्नौज के छिबरामऊ थाने में तैनात देवेंद्र सिंह यादव ने 7-8 मार्च 1:21 दोपहर में छिबरामऊ थाने से वीआईपी ड्यूटी जालौन के लिए रवानगी कराई। 8 तारीख की शाम 20:39 बजे उसने जालौन के कुठौंद थाने में आमद कराई। 9 मार्च को उसने दिन में मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में ड्यूटी की और दोपहर 1:38 बजे की थाने में रवानगी का तस्करा डाल वहां से निकल गया। इस तरह से अगर अपहरण की वारदात में वह शामिल है तो इसका मतलब है कि 1 घंटा 22 मिनट में वो करीब 100 किमी की दूरी तय कर सजेती गया। पुलिस अफसरों के गले यह नहीं उतर रहा है।
पुलिस चौकी का निर्माण शुरू
सजेती में गैंगरेप की घटना के बाद गांव में तनाव के माहौल को देखते हुए पुराने पंचायत भवन में अस्थायी पुलिस चौकी का निर्माण शुरू हो गया है। गुरुवार रात गांव पहुंचे एडीजी भानु भास्कर ने गांव में पुलिस चौकी बनवाने का आश्वासन दिया था। शुक्रवार को पुराने पंचायत भवन की साफ-सफाई की गई। एसपी ग्रामीण ब्रजेश श्रीवास्तव ने बताया कि जल्द ही यहां पर स्टाफ की तैनाती कर दी जाएगी। फिलहाल परिवार की सुरक्षा के लिए थाने की फोर्स तैनात है