पश्चिम बंगाल में भाजपा के बड़े दावे ‘अबकी बार 200 पार’ का दारोमदार त्रिकोणीय संघर्ष पर टिका हुआ है। पार्टी के रणनीतिकारों का मानना है तृणमूल कांग्रेस से सीधे मुकाबले की बजाय त्रिकोणीय संघर्ष उसके लिए ज्यादा फायदेमंद साबित होगा। यही वजह है कि राज्य में पार्टी के अधिकांश प्रचारक कांग्रेस-वाममोर्चा के गठबंधन के बजाय ममता बनर्जी पर ज्यादा निशाना साध रहे हैं।
भाजपा का अबकी बार 200 पार का नारा
पश्चिम बंगाल में बीते लोकसभा चुनाव को छोड़ दिया जाए तो भाजपा को वहां पर कभी भी महत्वपूर्ण पार्टी नहीं माना गया। पिछले विधानसभा चुनाव में भी उसे मात्र तीन सीटें ही मिली थी। इसके बावजूद वह इस बार सत्ता की सबसे प्रबल दावेदार बनकर उभरी है। इसकी वजह 2019 के लोकसभा चुनाव में मिली भारी सफलता है, जबकि उसने 18 लोकसभा सीटों पर कब्जा किया था। अब विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी ने अबकी बार 200 पार का नारा दिया है। 294 सदस्यीय विधानसभा में यह एक बेहद महत्वाकांक्षी लक्ष्य है।