मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आगामी स्थानीय निकाय चुनाव और पंचायत चुनावों को देखते हुए राज्य के निर्वाचन आयोग को पत्र लिखकर निवेदन किया है कि इस बार के चुनाव ईवीएम के बजाय बैलेट पेपर से कराए जाए। इसके अलावा उन्होंने ये भी लिखा कि अमेरिका, इंग्लैंड, इटली और जर्मनी सहित अधिकांश विकसित देशों में ईवीएम के उपयोग पर रोक है और वहां चुनाव बैलेट पेपर के माध्यम से होते हैं।
कांग्रेस नेता कमलनाथ ने राज्य निर्वाचन आयोग को लिखे इस पत्र में कहा है कि चुनावों में ईवीएम मशीन के इस्तेमाल के चलते यह माना जा चुका है कि ईवीएम में हेरफेर किया सकता है। साथ ही मशीन के तकनीकी पहलुओं में भी खोट है। जिसके कारण लोगों में अविश्वास की भावना जन्म लेती है। साथ ही मतदाता और राजनैतिक दलों में भी एक व्यवस्था के प्रति शंका का भाव पैदा होता है।
उन्होंने आगे कहा कि ईवीएम से जुड़ी शिकायतें और चिंताएं कई बार सामने आई हैं लेकिन उन्हें दूर करने के लिए कोई कदम नहीं उठाए गए हैं। साथ ही सवाल उठाया कि जब विकसित देशों और बड़े पैमाने पर जनता ने ईवीएम में विश्वास खो दिया है, तो ऐसे में किस स्तर पर स्थानीय निकाय चुनाव ईवीएम से कराए जा रहे हैं?
पूर्व सीएम ने पत्र में लिखा कि हाल ही में छत्तीसगढ़, तेलंगाना और कर्नाटक राज्यों ने भी बैलेट पेपर के जरिए अपने स्थानीय निकाय चुनाव कराए हैं। तो ऐसे में सवाल उठता है कि जब पंच और सरपंच चुनाव बैलेट पेपर के माध्यम से किए जा सकते हैं, तो निकाय चुनाव में भी इसका इस्तेमाल होना चाहिए।
आखिर में उन्होंने लिखा कि राज्य निर्वाचन आयोग को ये सुनिश्चित करना चाहिए कि बैलेट पेपर के जरिए स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव हो। ऐसा करने के लिए उन्हें तत्काल और त्वरित आदेश या कार्रवाई करने की जरूरत होगी ताकि जनता और राजनीतिक दलों के मन से निष्पक्ष चुनाव को लेकर हर तरह का संदेह दूर किया जा सके।