पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनावों को आठ चरणों में आयोजित करने के चुनाव आयोग के फैसले पर सवाल करते हुए सुप्रीम कोर्ट में एक वकील द्वारा जनहित याचिका दायर की गई है। यह याचिका वकील मनोहर लाल शर्मा ने सोमवार को दायर की और मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट ने इसे दर्ज कर लिया। याचिका में 26 फरवरी से पश्चिम बंगाल में शुरु होने वाले आठ चरणों के चुनाव को लेकर सवाल किया गया है, जबकि बाकी राज्यों असम में तीन चरणों वहीं तमिलनाडु, केरल और केंद्रशासित प्रदेश पुडुचेरी में एक चरण में ही चुनाव होने हैं।
याचिका में कहा गया है, “दूसरे राज्यों में एक चरण में, जबकि पश्चिम बंगाल में आठ चरणों में चुनाव का आयोजन करना, विशेषकर तब जब पश्चिम बंगाल किसी भी आतंकवादी हमले का सामना नहीं कर रहा है या विवादित इलाके के तहत नहीं आता है, भारतीय संविधान के अनुच्छेद 14 (समानता का अधिकार) के उल्लंघन का एक स्पष्ट मामला है।”
चुनाव कराने के मुद्दे के साथ, याचिका में शीर्ष मतदान निकाय से भारतीय जनता पार्टी द्वारा धार्मिक उपकरण के रूप में इस्तेमाल किए जा रहे नारे ‘जय श्री राम’ की ओर भी ध्यान देने की अपील की गई है।
याचिका में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और राज्य के भाजपा नेता सुवेंदु अधकारी के खिलाफ धार्मिक नारेबाजी करके दुश्मनी को बढ़ावा देने के लिए मामला दर्ज करने की मांग की गई थी।
वकील ने शीर्ष अदालत से यह तय करने के लिए कहा कि क्या उत्तेजक धार्मिक नारे “जय श्री राम” का उपयोग धारा 123 (3) और 125 के जनप्रतिनिधित्व कानून के तहत चुनावी अपराध के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए, जो किसी उम्मीदवार या किसी चुनाव के दौरान किसी को भी धर्म, जाति, समुदाय या भाषा के आधार पर घृणा की भावना को बढ़ावा देने की अनुमति नहीं देता है।
आपको बता दें कि बीते सप्ताह चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल सहित कुल पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के तारीखों की घोषणा कर दी है। पश्चिम बंगाल में 27 मार्च से 29 अप्रैल के बीच आठ चरणों में विधानसभा चुनाव होंगे और वोटों की गिनती बाकी चार राज्यों के साथ ही 2 मई को होगी। पहले चरण का मतदान 27 मार्च को, दूसरे चरण का एक अप्रैल को, तीसरे चरण का 6 अप्रैल को, चौथे चरण का 10 अप्रैल को, पांचवें चरण का 17 अप्रैल को, छठे चरण का 22 अप्रैल को, सातवें चरण का 26 अप्रैल को और अंतिम चरण का मतदान 29 अप्रैल को होगा। 2016 में सात चरणों में 4 अप्रैल से 5 मई के बीच पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव हुए थे।