कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा अपनी दादी और दिवंगत प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के कार्यकाल के दौरान देश में लगाए गए आपातकाल को गलती बताए जाने के एक दिन बाद हरियाणा के गृहमंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता अनिल विज ने बुधवार को कहा कि अगर कांग्रेस नेता को उस गलती का प्रायश्चित करना है तो उन्हें “तानाशाही” पार्टी छोड़ देनी चाहिए।
अनिल विज ने बुधवार को एक के बाद एक दो ट्वीट कर कहा, “राहुल गांधी के लिए यह मान लेना ही काफी नहीं है कि 1975 में उनकी दादी द्वारा लगाई गई इमरजेंसी एक गलती थी, क्योंकि कांग्रेस में लोकतंत्र विरोधी और तानाशाही सोच अभी भी जिंदा है। इंदिरा गांधी चाहे नहीं रहीं, लेकिन बाकी नेता जिन्होंने आपातकाल का समर्थन किया था आज भी कांग्रेस में सक्रिय हैं।”उन्होंने कहा, “आज वह उसी पार्टी का नेतृत्व भी कर रहे हैं। अगर राहुल गांधी को आपातकाल लगाने का प्रायश्चित ही करना है, तो उन्हें तानाशाही कांग्रेस पार्टी छोड़ देनी चाहिए।”
राहुल गांधी ने मंगलवार को अमेरिकी विश्वविद्यालय कॉर्नेल द्वारा आयोजित एक वेबिनार में भाग लेते हुए कहा था कि 1975 में देश में लगाया गया आपातकाल गलत था। प्रोफेसर कौशिक बसु के साथ बातचीत में वायनाड सांसद राहुल गांधी ने कहा, “आपातकाल में जो हुआ, वो गलत था, और अब जो हो रहा है, उसके बीच एक बुनियादी अंतर है। कांग्रेस पार्टी ने कभी भी भारत के संवैधानिक ढांचे पर कब्जा करने का प्रयास नहीं किया। हमारा ढांचा हमें इसकी अनुमति नहीं देता है। भले ही हम ऐसा चाहें, लेकिन हम ऐसा नहीं कर सकते।”
तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरे के मद्देनजर 25 जून, 1975 को राष्ट्रीय आपातकाल की घोषणा की थी। आपातकाल के दौरान, विपक्षी नेताओं को गिरफ्तार कर लिया गया था, सेंसरशिप लगाई गई थी और जमीन से जुड़े संगठनों पर 21 महीने की अवधि तक चलने वाले प्रतिबंध की घोषणा की गई थी।