आयकर विभाग ने बुधवार को फिल्म निर्माता अनुराग कश्यप, विकास बहल, अभिनेत्री तापसी पन्नू और प्रड्यूसर मधु मंटेना समेत कई फिल्मी हस्तियों के घरों और दफ्तरों पर छापेमारी की। इतना ही नहीं, अनुराग और तापसी पन्नून से आयकर विभाग ने घंटों पूछताछ की है। आयकर विभाग फैंटम फिल्म्स से जुड़े हुए लोगों की जांच कर रही है। फैंटम फिल्म्स पर आरोप है कि उसने टैक्स की चोरी की है। आयकर विभाग की इस कार्रवाई पर विपक्षी दलों का आरोप है कि यह कार्रवाई राजनीतिक रूप से प्रेरित है और असंतोष की आवाज को दबाने के लिए किया गया है।
आयकर विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि इन सितारों के घर पर छापेमारी सुबह 8 बजे शुरू हुई और देर शाम तक जारी रही। अधिकारियों ने बताया कि मुंबई और पुणे में 30 से अधिक स्थानों पर छापे मारे गए। सेलिब्रिटी एंड टैलेंट मैनेजमेंट कंपनी क्वान के कुछ अधिकारियों के यहां भी छापे मारे गए हैं। छापेमारी की कार्रवाई फैंटम फिल्म्स और इसके प्रमोटर रहे कश्यप, निर्देशक-निर्माता विक्रमादित्य मोटवाने, निर्माता विकास बहल और निर्माता-वितरक मधु मैंटेना के खिलाफ कर चोरी की जांच के सिलसिले में की गई। प्रोडक्शन हाउस फैंटम फिल्म्स कश्यप ने शुरू किया था, जिसे 2018 में बंद कर दिया गया।
एक अन्य आयकर विभाग के अधिकारी ने कहा कि अनुराग कश्यप और तापसी पन्नू से पुणे में पूछताछ हुई। दोनों से यह पूछताछ पुणे स्थित एक होटल में हुई है और इस दौरान अधिकारियों ने उनसे टैक्स चोरी मामले से संबंधित कई सवाल-जवाब किए। वर्सोवा, गोरेगांव और अंधेरी में कश्यप और पन्नू के घर और आधिकारिक परिसरों पर छापे मारे गए। पन्नू की पीआर कंपनी केआरआई एंटरटेनमेंट पर भी सर्च ऑपरेशन चला। अनुराग कश्यप और तापसी पन्नू ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कई नीतियों और नेताओं की आलोचना की है।
अधिकारी ने कहा कि यह छापेमारी फैंटम फिल्म के खिलाफ कर चोरी की जांच का हिस्सा थी। अधिकारी ने बताया कि इन संस्थानों के बीच हुए कुछ लेन-देन विभाग की नजर में थे और कर चोरी के आरोपों की जांच को आगे बढ़ाने के लिए सबूत एकत्रित करने के लिए यह कार्रवाई की गई। फैंटम फिल्म्स की स्थापना 2011 में हुई थी। अनुराग कश्यप, विकास बहल, निर्देशक विक्रमादित्य मोटवाने और निर्माता मधु मंटेना ने मिलकर इसकी शुरुआत की थी, मगर विकास बहल पर यौन शोषण के आरोप लगने के बाद साल 2018 में इस यह कंपनी बंद हो गई। इसके बैनर तले लुटेरा, क्वीन, अग्ली, एनएच-10, मसान और उड़ता पंजाब जैसी फिल्मों का निर्माण हुआ। बाद में कश्यप ने नई प्रोडक्शन कंपनी गुड बैड फिल्म्स शुरू की जबकि मोटवाने ने आंदोलन फिल्म्स शुरू की। मैंटेना क्वान के को-प्रमोटर थे, उनके खिलाफ भी छापेमारी की कार्रवाई की गई।
अधिकारी ने कहा कि फैंटम द्वारा अन्य संस्थानों के साथ सभी व्यवसाय, वित्तीय लेनदेन, टैलेंट और इवेंट मैनेजमेंट कॉन्ट्रैक्ट्स की जांच की जा रही है। जांचकर्ताओं ने कहा कि उन्होंने दस्तावेजों और इलेक्ट्रॉनिक सबूतों को जब्त कर लिया है और उनकी जांच कर रहे हैं। एक दूसरे अधिकारी ने कहा कि इन व्यक्तित्वों के बैंक खाते और लॉकर की भी जांच होगी और यह सर्च ऑपरेशन अभी कुछ और दिनों तक जारी रह सकता है।
वहीं, आयकर विभाग के अधिकारियों ने दावा किया कि उन्होंने इन फर्मों / सितारों द्वारा अर्जित आय में विसंगतियां पाईं और विभाग के साथ दायर किए गए उनके रिटर्न, टैक्स चोरी की ओर इशारा करते हैं। इस सर्च को किसी अन्य कारणों से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए। उन्होंने छापेमारी के दौरान डिजिटल रिकॉर्ड और फाइलें एकत्र कीं हैं। वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि विभाग इन कंपनियों और व्यक्तियों के पिछले कुछ वर्षों के वित्तीय रिकॉर्ड की जांच कर रहा है।