दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर दिल्ली से गाजियाबाद आने वाले रास्ते को दोबारा करीब एक बजे फिर से बंद कर दिया गया है। यह रास्ता गाजीपुर बॉर्डर पर जारी किसान आंदोलन के चलते काफी समय से बंद है और इसके एक छोर को मंगलवार सुबह ट्रैफिक के लिए खोला गया था।
दिल्ली में गणतंत्र दिवस के दिन किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान हिंसा भड़कने के बाद से ही इस मार्ग को बैरिकेडिंग कर बंद कर दिया गया था। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया था कि मंगलवार सुबह इस मार्ग का दिल्ली से गाजियाबाद जाने वाला एक हिस्सा खोल दिया गया। मार्ग का दूसरा छोर अभी भी बंद है।
गौरतलब है कि केंद्र के तीन नए कृषि कानूनों को लेकर गतिरोध अब भी बरकरार है। कानूनों को रद्द कराने पर अड़े किसान इस मुद्दे पर सरकार के साथ आर-पार की लड़ाई का ऐलान कर चुके हैं। इसके लिए दिल्ली की सीमाओं पर किसानों का आंदोलन बीते साल 26 नवंबर से ही जारी है। किसानों ने सरकार से जल्द उनकी मांगें मानने की अपील की है। वहीं सरकार की तरफ से यह साफ कर दिया गया है कि कानून वापस नहीं होगा, लेकिन संशोधन संभव है।
बता दें कि किसान हाल ही बनाए गए तीन नए कृषि कानूनों – द प्रोड्यूसर्स ट्रेड एंड कॉमर्स (प्रमोशन एंड फैसिलिटेशन) एक्ट, 2020, द फार्मर्स ( एम्पावरमेंट एंड प्रोटेक्शन) एग्रीमेंट ऑन प्राइस एश्योरेंस एंड फार्म सर्विसेज एक्ट, 2020 और द एसेंशियल कमोडिटीज (एमेंडमेंट) एक्ट, 2020 का विरोध कर रहे हैं। केन्द्र सरकार सितम्बर में पारित किए तीन नए कृषि कानूनों को कृषि क्षेत्र में बड़े सुधार के तौर पर पेश कर रही है, वहीं प्रदर्शन कर रहे किसानों ने आशंका जताई है कि नए कानूनों से एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) और मंडी व्यवस्था खत्म हो जाएगी और वे बड़े कॉरपोरेट पर निर्भर हो जाएंगे।