राजधानी दिल्ली में गणतंत्र दिवस पर किसान ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा की घटनाओं के संबंध में कथित तौर पर झूठे मामले दर्ज कर पंजाब के युवाओं को गिरफ्तार करने पर युवा अकाली दल (YAD) दिल्ली पुलिस कर्मियों को घेराव करेगा।
युवा अकाली दल (YAD) के अध्यक्ष परमबंस सिंह रोमाना ने शुक्रवार को शिरोमणि अकाली दल (SAD) के ट्विटर के जरिए यह घोषणा करते हुए कहा कि YAD 26 जनवरी की घटनाओं के सिलसिले में पंजाब के युवाओं के खिलाफ झूठे मामले दर्ज कर उनकी गिरफ्तारी की कोशिश करने पर दिल्ली पुलिस के जवानों का घेराव करेगा।
SAD ने ट्वीट किया, “हम अपने युवाओं के साथ खड़े हैं। मैं सभी प्रभावित परिवारों से इस संबंध में YAD के समर्थन की मांग करता हूं। हम किसी भी कीमत पर हमारे युवाओं के साथ किसी भी तरह का भेदभाव नहीं होने देंगे।”
केंद्र के तीन नए कृषि कानूनों के विरोध में गणंतत्र दिवस पर हुई किसान ट्रैक्टर रैली के दौरान कुछ लोगों ने दिल्ली में प्रवेश करने के लिए बैरिकेड्स तोड़ दिए और राजधानी के कई हिस्सों में उत्पात मचाया था।
दिल्ली पुलिस ने आईटीओ (आयकर कार्यालय) के पास घटना का उल्लेख करते हुए कई एफआईआर (प्रथम सूचना रिपोर्ट) दायर की हैं, जहां एक किसान की ट्रैक्टर पलटने से मौत हो गई थी।
गौरतलब है कि केंद्र के तीन नए कृषि कानूनों को लेकर गतिरोध अब भी बरकरार है। इसके लिए दिल्ली की सीमाओं पर किसानों का आंदोलन आज 93वें दिन भी जारी है। कानूनों को रद्द कराने पर अड़े किसान इस मुद्दे पर सरकार के साथ आर-पार की लड़ाई का ऐलान कर चुके हैं। इस बीच किसानों को मनाने के लिए अब तक केंद्र सरकार की ओर से की गईं सभी कोशिशें बेनतीजा रही हैं।
बता दें कि किसान हाल ही बनाए गए तीन नए कृषि कानूनों – द प्रोड्यूसर्स ट्रेड एंड कॉमर्स (प्रमोशन एंड फैसिलिटेशन) एक्ट, 2020, द फार्मर्स ( एम्पावरमेंट एंड प्रोटेक्शन) एग्रीमेंट ऑन प्राइस एश्योरेंस एंड फार्म सर्विसेज एक्ट, 2020 और द एसेंशियल कमोडिटीज (एमेंडमेंट) एक्ट, 2020 का विरोध कर रहे हैं। केन्द्र सरकार इन कानूनों को जहां कृषि क्षेत्र में बड़े सुधार के तौर पर पेश कर रही है, वहीं प्रदर्शन कर रहे किसानों ने आशंका जताई है कि नए कानूनों से एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) और मंडी व्यवस्था खत्म हो जाएगी और वे बड़े कॉरपोरेट पर निर्भर हो जाएंगे।