बिहार के नवादा में पागल हाथी ने जमकर उत्पात मचाते हुए दो लोगों कुचलकर मार डाला। घटना नारदीगंज और हिसुआ में घटी है। बताया जाता है कि हाथी गया से पहुंचा था। इधर घटना के बाद लोग दहशत में हैं। वन विभाग ने हाथी को देखते हुए सभी थानों को अलर्ट कर दिया है।
पागल हाथी ने बुधवार की रात नारदीगंज के बभनौली गांव में दिवंगत श्री चौहान के बेटे विनोद चौहान (40 साल) को कुचलकर मार डाला। विनोद चौहान मजदूरी करता था। इधर हिसुआ में गुरुवार की सुबह शौच के लिए जा रहे श्रीसिंह के बेटे आनंदी सिंह (62 साल) को हाथी ने अपनी सूंड में लपेटकर फेंका। इसके बाद हाथी ने उनके सीने पर पैर रखकर कुचल दिया। उनकी भी मौत मौके पर ही हो गई। हाथी के जाने के बाद लोगों ने दोनों शवों को उठाकर लाया। आनंदी सिंह पीएचडीई ऑपरेटर बेगूसराय से सेवानिवृत हुए थे।
गांव के सुनील सिंह, मिठ्ठु कुमार, रंजय सिंह, राजीव कुमार, नवनीत कुमार आदि ने बताया कि हाथी बिलकुल उन्मादी बना हुआ है और तेजी से खेतों की और भागते हुए लोगों ने उन्हें देखा। वह लगातार चल रहा है। इधर हाथी वहां से चलते-चलते अरियन, एकनार गांव के खेतों से चलते हुए बलियारी गांव तक पहुंच गया फिर वह नंदलाल बिगहा गांव की ओर चल पड़ा। लोग उसे देखकर भाग रहे हैं। फोटो लेने और रिकार्डिंग करने की कोशिश में लोग लगे हैं। बताया जाता है कि सिरदला वन विभाग ने हाथी को देखते हुए सभी थानों को भी अलर्ट किया था।
सुपौल में पांच लोगों को कुचलकर मारा था
आपको बता दें कि इससे पहले वर्ष 2019 में सीमावर्ती सुपौल जिले में नेपाल से घुस आए एक जंगली हाथी ने जमकर उत्पात मचाते हुए दो दिनों में पांच लोगों की कुचलकर जान ले ली थी। इसके अलावा हाथी ने कई घरों को ध्वस्त कर घर में रखे अनाज को खा गया था। नेपाल के मृगवन से भटककर कई हाथी बिहार के भीमनगर क्षेत्र में पहुंचा था। हालांकि इसमें से कई हाथी वापस लौट गए लेकिन एक हाथी सुपौल जिले के आबादी वाले क्षेत्रों में पहुंच गया और कई थाना क्षेत्रों में उपद्रव मचाया था।