बीते वर्ष दिल्ली में हुए दंगों में दिल्ली सरकार की ओर से दंगा पीड़ितों को 26 करोड़ रुपए से अधिक मुआवजा लोगों में बांटा है। दिल्ली सरकार की ओर से अभी तक 2221 दंगा पीड़ितों में 26 करोड़ रुपए से ज्यादा का मुआवजा दिया गया है। दिल्ली सरकार का दावा है कि यह भारत के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है, जब किसी सरकार ने दंगा पीड़ितों को इतनी तेजी से मुआवजा बांटा है, जबकि 1984 के दंगा पीड़ित अब भी मदद के लिए भटक रहे हैं। दिल्ली दंगा पीड़ितों को तत्काल मदद पहुंचाने के लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने खुद कमान संभाली। मुआवजा देने की प्रक्रिया की निगरानी करते हुए ऐतिहासिक समय के अंदर सभी तक मदद पहुंचवा दी।
पिछले साल फरवरी के अंतिम सप्ताह में दंगा भड़क गया था। उस दौरान मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने उत्तर-पूर्वी दिल्ली के हिंसा प्रभावित इलाकों का दौरा किया। मुख्यमंत्री ने हिंसा प्रभावित इलाके मौजपुर और जाफराबाद सहित अन्य क्षेत्रों में जाकर हालात का जायजा लिया था और पीड़ित परिवारों को हर संभव मदद देने का भरोसा दिया था। दंगा प्रभावित इलाकों के लोग डर के मारे अपना घर छोड़ कर सुरक्षित स्थान पर चले गए थे, जबकि कुछ लोग बेघर भी हो गए थे। दिल्ली सरकार ने इन लोगों के लिए रहने और खाने की व्यवस्था की। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने खुद घर छोड़कर गए लोगों से अपने घर वापस लौटने की अपील की थी। इसके परिणाणस्वरूप चंद दिनों बाद ही लोग अपने घर वापस लौट आए थे।
2221 दंगा पीड़ित लोगों को दिया जा चुका है मुआवजा
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने दंगा पीड़ितों को हर तरह से मदद पहुंचाने के लिए खुद मोर्चा संभाला। पीड़ितों को न सिर्फ तत्काल जरूरी सुविधाएं दिलाई गई, बल्कि मुआवजा बांटने को प्राथमिकता के तौर पर लिया गया। यही वजह रही कि दिल्ली सरकार रिकार्ड समय के अंदर लगभग सभी पीड़ितों को मुआवजा दे चुकी है। दिल्ली सरकार ने दंगे में 44 मृतकों के परिवारों में 4 करोड़ 25 लाख रुपए मुआवजा बांटा है। इसी तरह, 233 घायलों को 1 करोड़ 75 लाख 40 हजार रुपए दिया गया है। 731 आवासीय मकान क्षतिग्रस्त होने पर 8 करोड़ 51 लाख 27 हजार 499 रुपए मुआवजा दिया गया है। इसी प्रकार 1176 कमर्शियल दुकानों की क्षतिपूर्ति के लिए 11 करोड़ 28 लाख 18 हजार 42 रुपए मुआवजा दिया गया। पशु, ई-रिक्शा और आटो आदि के नुकसान पर 12 लोगों को 4 लाख 42 हजार 875 रुपए दिया गया है। इस दौरान 22 झुग्गियां क्षतिग्रस्त हुई थीं, उन पीड़ितों में 5 लाख 50 हजार रुपए बांटे गए, जबकि दंगे की जद में 3 स्कूल भी आए थे और उसके लिए दिल्ली सरकार ने 20 लाख रुपए मुआवजा दिया है। इस तरह, दिल्ली सरकार ने 2221 दंगा पीड़ित लोगों में 26 करोड़ 9 लाख 78 हजार 416 रुपए मुआवजा बांट चुकी है।
तत्काल राहत देने के लिए 25 हजार की आर्थिक मदद की थी
पिछले साल दिल्ली दंगे में अपना सब कुछ गंवा चुके लोगों को दिल्ली सरकार तत्काल प्रभाव से राहत पहुंचाने के उद्देश्य से 25-25 हजार रुपए की आर्थिक सहायता दी। इस काम में 18 एसडीएम को प्रभावित इलाकों में लोगों की मदद के लिए लगाया गया था। साथ ही, रात के लिए चार अलग से एसडीएम तैनात किए गए थे। दिल्ली सरकार ने उत्तर-पूर्वी जिले के डीएम कार्यालय में आर्थिक मदद के लिए कैंप लगाया था। इसके अलावा एक मोबाइल एप भी जारी किया गया था। पीड़ितों को यह राशि प्राप्त करने के लिए कुछ प्राथमिक जानकारी देनी थी। दिल्ली सरकार ने लोगों की मदद के लिए अलग-अलग हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए थे।