फरीदाबाद के चर्चित दोहरे हत्याकांड में सीआईए डीएलएफ ने मुख्य आरोपी समेत चारों अभियुक्तों को गिरफ्तार कर हत्या की गुत्थी को सुलझाने का दावा किया है। पुलिस के अनुसार, दोस्ती टूटने से नाराज मुख्य आरोपी ने अपने साथियों के साथ युवती व उसके दोस्त जिम ट्रेन को एनआईटी के एक नंबर बाजार में कार में दोनों की गोली मारकर हत्या कर दी थी। पुलिस ने तीन आरोपियों को रविवार शाम तथा चौथे आरोपी कर्ण को सोमवार सुबह एनआईटी-3 से धर दबोचा, जिन्हें सोमवार को अदालत में पेश किया गया, जहां से दो आरोपियों को न्यायिक हिरासत भेज दिया गया, जबकि मुख्य आरोपी को तीन दिन की रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है।
दोस्ती टूटने से खफा था मुख्य आरोपी
एसीपी मुख्यालय आदर्शदीप सिंह ने प्रेस वार्ता के दौरान इस हत्याकांड में चार आरोपियों की गिरफ्तारी का खुलासा करते हुए बताया कि मुख्य आरोपी प्रकाश उर्फ प्रिंस उर्फ पीके से युवती की दोस्ती टूट जाने के बाद जिम ट्रेनर लोकेश से दोस्ती हो गई थी| इसके चलते आरोपी प्रकाश ने जिम ट्रेनर और अपनी पूर्व दोस्त युवती की हत्या करने की साजिश रच डाली। वारदात को अंजाम देने के लिए आरोपी ने अपने दोस्त लक्की और भव्य को शामिल किया। इसके बाद चौथे आरोपी मेरठ निवासी कर्ण से देशी पिस्टल लेकर 16 फरवरी की देर शाम एनआईटी एक नंबर के बाजार में कार सवार जिम ट्रेनर व पुरानी दोस्त युवती को गोली मारकर इस वारदात को अंजाम दे डाला। पुलिस ने 4 आरोपियों प्रकाश उर्फ प्रिंस उर्फ पीके, लक्की उर्फ नोनू, भव्य उर्फ मुन्नू व कर्ण को गिरफ्तार किया है।
मुख्य आरोपी ने हत्या से पहले मांगी थी महाकाल मंदिर में मन्नत
एसीपी ने यह भी खुलासा किया कि हत्या करने से पहले मुख्य अरोपी प्रकाश ने उज्जैन के महाकाल मंदिर में जाकर मन्नत मांगी थी। साथ ही यह भी मन्नत मांगी थी कि हत्याकांड को अंजाम देने के बाद अगर पकड़ा नहीं गया तो वह दोबारा से उक्त मंदिर में दर्शन करने के लिए आएगा, लेकिन इससे पहले ही सीआईए डीएलएफ ने दर्शन करने से पहले ही आरोपी को पर्वतीय कॉलोनी से गिरफ्तार कर लिया।
युवती का स्कूटी से किया था पीछा
वारदात को अंजाम देने के लिए मुख्य आरोपी प्रकाश ने एक देशी पिस्टल आरोपी कर्ण से खरीदने के बाद हत्या करने की ठान ली। इसके चलते वह युवती की हरकतों पर नजर रखने लगा। 16 फरवरी की शाम युवती स्कूटी लेकर अपने घर से निकली। आरोपी प्रकाश और लक्की अपनी स्कूटी पर युवती का उसके घर से ही पीछा करते हुए 1 नंबर मार्किट में पहुंच गए। कुछ समय बाद युवती से मिलने गोल्डी उर्फ लोकेश भी अपनी स्विफ्ट गाड़ी लेकर वहां आ गया था। जैसे ही युवती और लोकेश गाड़ी में बैठकर बात कर रहे थे। दोनों को गाड़ी में बैठा देखकर आरोपी प्रकाश ने दोनों को जान से मारने के इरादे से अपने दोस्त भव्य को फोन करके अपने घर पर रखी पिस्टल वहां मंगवाई| इसके बाद भव्य स्कूटी पर पिस्टल लेकर आया और प्रकाश को दे दी। प्रकाश पिस्टल लेकर गोल्डी की गाड़ी में घुस गया और लक्की व भव्य गाड़ी के पास खड़े होकर निगरानी करने लगे। इसके बाद आरोपी प्रकाश उनकी गाड़ी की खिड़की खोलकर फुर्ती से पिछली सीट पर बैठ गया और जिम ट्रेनर से बहस करते हुए गोल्डी के सिर और युवती की छाती में गोली मारकर उन दोनों हत्या कर दी। वारदात को अंजाम देने के बाद तीनो आरोपी मौके से फरार हो गए। लहुलुहान हालत में गोल्डी और युवती दोनों को घायल अवस्था में सरकारी अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां दोनों को मृत घोषित कर दिया गया। पुलिस ने युवती के परिजनों की शिकायत पर हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी।
वृंदावन से बरामद की जाएगी पिस्तौल
तीन दिन पुलिस रिमांड के दौरान सीआईए मुख्य आरोपी को वृंदावन लेकर जाएगी, जहां उसकी निशानदेही पर पुलिस उस पिस्तौल की बरामदगी करेगी। पूछताछ के दौरान मुख्य आरोपी ने खुलासा किया है कि हत्याकांड में इस्तेमाल की गई पिस्तौल उसने वृंदावन में छिपाई हुई है।
पुलिस आयुक्त ने हत्याकांड की जांच सीआईए को सौंपी थी
पुलिस आयुक्त ओपी सिंह ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत आरोपियों को जल्द से जल्द पकड़ने के निर्देश दिए तथा एसीपी क्राइम अनिल कुमार की देखरेख में क्राइम ब्रांच डीएलएफ प्रभारी उप-निरीक्षक अनिल कुमार की टीम को यह जांच सौंप दी गई। जांच के दौरान सीसीटीवी कैमरे व साइबर तकनीक के जरिये पुलिस कुछ ही समय में हत्यारोपियों के करीब पहुंच गई, जिनकी तलाश में पुलिस छापेमारी करती रही। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से वारदात में इस्तेमाल की गईं दोनों स्कूटी बरामद कर ली हैं। गिरफ्तार आरोपी प्रकाश उर्फ प्रिंस उर्फ पीके, लक्की उर्फ नोनू , भव्य उर्फ मुन्नू तीनों एनआईटी-3 के रहने वाले हैं। वहीं आरोपी कर्ण मेरठ का रहने वाला है।