गुरुग्राम की फिरोज गांधी कॉलोनी में सोमवार दोपहर में बदमाशों ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर डेयरी संचालक की हत्या कर दी। बसई रोड की ओर से आए नकाबपोश बदमाशों ने कार में बैठ रहे डेयरी संचालक को 21 गोलियां मारीं। हत्या के बाद बेखौफ बदमाश मौके से पैदल ही फरार हो गए, लेकिन हत्या की पूरी वारदात सीसीटीवी में कैद हो गई। वारदात के कुछ देर बाद ही पुलिस मौके पर पहुंच गई। मृतक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। हत्या के मामले में पुलिस ने अज्ञात बदमाशों के खिलाफ मामला दर्ज कर उनकी पहचान के लिए आसपास लगे सीसीटीवी की फुटेज कब्जे में ली है।
वकील की कार लेने आया था डेयरी संचालक
बसई में रहने वाला मनीष (24) डेयरी के काम के साथ ही कभी-कभी ऑटो चलाने का काम भी करता था। सोमवार को वह अपनी स्पलेंडर बाइक से फिरोज गांधी कॉलोनी में रहने वाले वकील शिवजीत सिंह के घर पर उनकी एसयूवी कार लेने आया था। करीब दोपहर 12 बजे वकील के घर से कार की चाबी लेकर चार मिनट बाद जैसे ही घर के बाहर खड़ी एसयूवी कार में बैठा। उसी समय बसई रोड की तरफ से आए दो नकाबपोश बदमाशों ने उस पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। बदमाशों ने कार की दोनों तरफ से 21 राउंड फायरिंग की। हत्या के बाद बदमाश पैदल ही बसई रोड की तरफ फरार हो गए। पुलिस ने मनीष के शव को मोर्चरी में रखवाया और जांच शुरू की।
वकील की पत्नी ने बंद कर दिए घर गेट
बदमाशों द्वारा कार पर गोलियां चलाई जा रही थीं तब वकील की पत्नी किचन में काम कर रही थी। उसने अपनी कार पर गोलियां चलती देखी तो अपने पति को आवाज लगाई, लेकिन गोलियों की आवाज के बीच वकील ने अपनी पत्नी की आवाज को नहीं सुना। इस पर भागकर वह नीचे आई और मेन गेट के साथ ही अपने अंदर का दूसरा गेट बंद कर दिया, जिससे बदमाश उसके घर के अंदर नहीं घुस सके। दरसअल, कार वकील के घर के सामने खड़ी थी। वह अपने परिवार के साथ पहले फ्लोर पर रहते हैं।
बाल-बाल बची पास से गुजर रही महिला
नकाबपोश बदमाशों ने जिस समय डेयरी संचालक मनीष पर फायरिंग शुरू की, उसी समय एक महिला कार से कुछ दूरी पर गुजर रही थी। वह गोलियों से बाल-बाल बच गई। उसने भागकर खुद को सुरक्षित किया। बदमाशों के गोली चलाने के बाद आसपास सन्नाटा छा गया। लोग दहशत में आ गए। कुछ बोलने के बजाय सिर्फ एक-दूसरे का मुंह ताकते रहे गए, जबकि बदमाश आराम से फरार हो गए।
गोली की आवाज सुनकर बाहर आए और फिर दुकान में घुसे
फिरोज गांधी कॉलोनी में जिस समय बदमाशों ने मनीष पर गोलियां बरसाईं तो दुकानों में काम कर रहे लोग गोलियों की ताबड़तोड़ आवाज सुनकर बाहर आ गए, लेकिन लोगों ने जब बदमाशों के हाथ में हथियार देखे तो एक बार फिर से अंदर घुस गए। हालांकि, अगर लोग चाहते तो बदमाशों को पकड़ सकते थे, लेकिन खुद को आफत में डालने की वजह से ऐसा नहीं किया। वहीं घटना के बाद पहुंची पुलिस ने लोगों से हत्या के बारे में जानने की कोशिश, लेकिन किसी ने पुलिस के सामने मुंह नहीं खोला। सभी पल्ला झाड़ते नजर आए। सीसीटीवी कैमरों में साफ दिख रहा है कि हत्या के दौरान लोग अपनी दुकानों के बाहर खड़े होकर देख रहे थे। वहीं वकील के घर के नीचे की दुकानें वारदात के बाद बंद मिलीं।
सीसीटीवी में कैद हुआ पूरा घटनाक्रम
फिरोज गांधी कॉलोनी में जहां पर वारदात हुई, वहां पर आसपास 20 से ज्यादा कैमरे लगे हुए हैं। सूचना पर अपराध शाखा की तीन टीमें मौके पर पहुंचीं और सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालनी शुरू की। पुलिस को मिली फुटेज में साफ दिख रहा है कि दोनों बदमाश पूरी तैयारी के साथ आए थे। बदमाशों ने पहचान छुपाने के लिए मंकी कैप पहनी हुई थी। दोनों बदमाशों की उम्र लगभग 28 से 35 साल के बीच है।
मृतक का नहीं अपराधिक रिकॉर्ड
पुलिस की शुरुआती जांच में सामने आया है कि मृतक मनीष डेयरी और ऑटो चलाने का काम करता था। उस पर कोई अपराधिक मामला नहीं है। हाल ही में मनीष का किसी से कोई झगड़ा या फिर रंजिश की बात भी सामने नहीं आई है। पुलिस इस मामले में कई एंगल से जांच कर रही है। मनीष के परिजनों ने भी किसी पर शक जाहिर नहीं किया। बदमाशों की गिरफ्तारी के बाद ही पूरे घटनाक्रम के बारे में पता चल पाएगा।
”अज्ञात बदमाशों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए आधा दर्जन टीमें लगा दी गई हैं। जिसमें पांच अपराध शाखा और एक थाने की टीम जांच कर रही है। जल्द आरोपियों की पहचान कर गिरफ्तार किया जाएगा। हर एंगल से जांच की जा रही है।” – प्रीतपाल सांगवान, एसीपी अपराध