बिहार के बेतिया में कालीबाग ओपी के एक मोहल्ले में किशोरी से दुष्कर्म में असफल रहने पर आरोपितों ने उसका गला रेत दिया। इसके बाद उसे मरा हुआ समझकर झिलिया इलाका में फेंक दिया। किसी तरह किशोरी मोहल्ले में पहुंची और लोगों को आपबीती सुनाई। इसके बाद लोगों ने उसे जीएमसीएच में भर्ती कराया। घटना शनिवार देर शाम की बताई जा रही है।
कालीबाग ओपी प्रभारी मनीष कुमार ने बताया कि पुलिस ने पांच संदिग्धों को हिरासत में लिया है। उससे पूछताछ की जा रही है। किशोरी का इलाज चल रहा है, अभी उसका बयान दर्ज नहीं किया जा सका है।
किशोरी के पिता ने बताया कि शनिवार की शाम उनकी पुत्री दवा खरीदने घर से निकली थी। काफी देर बीतने पर भी वह नहीं लौटी। इसकी बाद उसकी खोजबीन शुरू की गई। इसी बीच मोहल्ले के वार्ड पार्षद ने पुत्री का गला रेतने की जानकारी दी। वे तत्काल वहां पहुंचे। इधर, पुत्री ने बताया कि दवा खरीद कर लौटते समय वह एक ठेला दुकानदार से भांजा खरीद रही थी। इसी बीच राजदेव कुमार अपने दोस्त के साथ आया और उसे पकड़ लिया। मुंह में रुमाल ठूंस दिया। उसने दोनों हाथ बांध दिए और आंखों पर पट्टी बांध दी। इसके बाद उसकी पिटाई करने लगे। कपड़े खोल दिए और गलत करने का प्रयास शुरू कर दिया। उसने विरोध किया, इस पर चाकू से गला रेत दिया। इसके बाद गड्ढ़े में फेंक दिया।
कुछ देर बाद उसने प्रयास किया तो गड्ढ़े से किसी तरह निकली। मोहल्ले में पहुंची और लोगों को घटना की जानकारी दी। किशोरी ने बताया कि उसके पिता के जिम में राजदेव जिम करने आता है। बाकी आरोपितों को वह नहीं पहचान सकी। राजदेव छावनी मोहल्ले का रहने वाला बताया जा रहा है। पुलिस ने उसे भी हिरासत में लिया है।