बिहार में विधानसभा के बजट सत्र के शुरुआत के साथ ही राजनीतिक हलचल भी तेज हो गई है। विपक्षी दल सरकार को घेरने के लिए अलग-अलग तरीके अपना रहे हैं। इसी तरह का एक नजारा देखने को मिला जब राष्ट्रीय जनता दल के महुआ से विधायक मुकेश रोशन साइकिल से बजट सत्र में हिस्सा लेने के लिए विधानसभा पहुंचे। उन्होंने पेट्रोल-डीजल की आसमान छूती कीमतों का विरोध जताने के लिए ऐसा रुख अख्तियार किया। वहीं काांग्रेस के विधायक शकील अहमद खान एलपीजी की बढ़ती कीमतों के खिलाफ मिट्टी के चूल्हे लेकर विधानसभा पहुंचे।
न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए महुआ से राजद विधायक मुकेश रोशन ने बताया, ‘मैं हाजीपुर से यहां आया हूं। मैं वहां से सुबह 7 बजे चला।’ राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर उन्होंने कहा कि अपराध अपने चरम पर है। सब कुछ महंगा हो गया है। हमलोग इन सभी मुद्दों पर सरकार से सवाल करेंगे।वहीं कांग्रेस के विधायक शकील अहमद खान एलपीजी की बढ़ती कीमत का विरोध जताने के लिए मिट्टी का पारंपरिक चूल्हा लेकर विधानसभा पहुंचे। उन्होंने कहा, ‘एलपीजी की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं। ऐसे में लोगों को खाना बनाने के लिए पारंपरिक तरीके का इस्तेमाल करना होगा और चूल्हे पर खाना पकाना पड़ेगा। बीजेपी ने हमें आज इस मुकाम पर पहुंचा दिया है।’ विधायक खान अपने साथ एक लिस्ट लेकर पहुंचे थे, जिसमें तेल और खाने-पीने के सामान की 2014 से पहले की कीमत और अब की कीमत दर्ज थी।शुक्रवार से बिहार विधानसभा का बजट सत्र शुरू हुआ है। 22 फरवरी को राज्य का वित्त वर्ष 2021-22 के लिए बजट पेश होगा। सत्र के पहले दिन राज्यपाल फागू चौहान ने अपने अभिभाषण में कहा कि सरकार जीरो टॉलरेंस की नीति पर चल रही है। कानून-व्यवस्था को बनाए रखना सरकार की पहली प्राथमिकता है।