बिहार के सहरसा जिले में शादी संपन्न होने के बाद विदाई के दौरान दुल्हन को शादी की अहले सुबह कोई और लड़का उड़ाकर ले गया। वहीं उस आरोपी लड़के की भी गुरुवार को ही कहीं और शादी होने वाली थी। एक तरफ दूल्हा बिना अपनी दुल्हन लिए गांव लौट गया वहीं दूसरी ओर हाथों में मेहंदी और सोलह श्रृंगार कर लड़की दूल्हे और बाराती का इंतजार करती रही। इस मामले को लेकर क्षेत्र में गुरुवार को दिनभर चर्चा का विषय बना रहा। गांव में पंचायतें बैठी और फिर किसी तरह मामले को सुलझाया गया।
जानकारी अनुसार शहर से सटे एक गांव के लड़के की शादी तटबंध के अंदर एक गांव में तय हुई। लड़के और बाराती गाड़ी को तटबंध पर छोड़ बाइक और पैदल चचरी पुल पार कर दुल्हन के घर पहुंचे। रात भर बारातियों का स्वागत सत्कार होता रहा और पूरे विधि विधान से लड़के और लड़की की शादी की रस्म निभाई गई। शादी संपन्न होने के बाद सुबह की बेला में बारात सहित दुल्हे के साथ दुल्हन की विदाई हो गई।
इस दौरान एक पड़ोसी लड़के ने तटबंध पर खड़ी गाड़ी पर बिठाने के लिए दुल्हा और दुल्हन को अपनी बाइक पर बैठा लिया। लेकिन बीच रास्ते में लड़के ने दुल्हे को बाइक से उतारा और दुल्हन की साड़ी में बंधी गांठें खोल दुल्हन को लेकर फरार हो गया। दूल्हा बेचारा हक्का बक्का रह गया। पीछे से बारात पहुंची तो बिना दुल्हन के दुल्हे को कलपते देख हैरान परेशान हो गयी। इस बात की सूचना फिर दुल्हन के घर पहुंची। आनन-फानन दुल्हन और लडक़े की खोज खबर शुरू हुई। लेकिन कोई नहीं मिला। इधर दूल्हे वालों के परिजन नाराज होने लगे। अंत में पंचायत बैठी मान-मनौव्वल हुआ और फिर दुल्हन के चढ़ावे के जेवर, अन्य सामग्री सहित गाड़ी भाड़ा देकर दूल्हे को बिना दुल्हन के बाराती को विदा कर दिया। बेचारा दूल्हा पगड़ी और शादी की धोती कपड़े उतारकर उदास मन से घर लौट गया।
इधर दुल्हन को लेकर फरार लड़के की गुरुवार की रात जिस गांव में शादी होने वाली थी उस गांव में शादी की बज रही शहनाई खामोश हो गई। स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि दुल्हन को लेकर भागने वाले लड़के ने उससे से शादी कर ली है। दूसरे पक्ष के साथ भी समझौते की बात हो रही है। हालांकि मेहंदी रची लड़की की शादी नहीं होने का लोगों को काफी मलाल हो रहा है।