यूपी के उन्नाव जिले के असोहा थाना क्षेत्र में बुधवार को दो किशोरियों की मौत के मामले में पुलिस ने पिता की तहरीर पर हत्या का केस दर्ज किया है। बबुरहा के मजरा पाठकपुर में किशोरियों की मौत के मामले में पुलिस ने एक किशोरी के पिता की तहरीर पर हत्या व शव छिपाने की धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की है। एसपी आनंद कुलकर्णी ने बताया कि तहरीर के आधार पर रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
असोहा के बबुरहा के मजरा पाठकपुर निवासी सूरज रावत ने बताया कि बुधवार शाम जब वह खेत से काम कर घर लौटा था तब पत्नी बिटोला ने बताया कि बेटी और परिवार की दो लड़ियां खेत से नहीं लौटी है। पत्नी की सूचना पर उसने बेटियों की खोजबीन शुरू की। एक घंटे की खोजबीन के बाद तीनों बेटियां भाई सूर्यबली के खेतों में अचेत हालत में मिली थी। दो के गले में दुपट्टा कसा था जबकि तीनों के मुंह से झाग निकल रहा था। गांव के पूर्व प्रधान केवनी के भाई की कार से तीनों लड़कियों को पहले नर्सिंग होम और बाद में असोहा सीएचसी लाया गया था। जहां चिकित्सकों ने दो को मृत घोषित कर दिया था। जबकि तीसरी किशोरी को कानपुर रेफर कर दिया गया था।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खाने में जहर की बात आई थी सामने
उन्नाव की दोनों किशोरियों की पोस्टर्माटम रिपोर्ट में जहरीले पदार्थ के सेवन करने की बात सामने आई थी। मृत पाई गई दोनों लड़कियों के पोस्टमार्टम के लिए प्रशासन ने चार डॉक्टरों का पैनल बनाया था। चार पैनल वाली डॉक्टरों की टीम का कहना था कि दोनों किशोरियों की मौत जहरीला पदार्थ का खाना खाने से हुई है। दोनों ने मौत से करीब 6 घंटे पहले खाना खाया था। दोनों के पेट में 100 से लेकर 80 ग्राम तक खाना मिला है। खाने में जहर होने की वजह से मौत हो हुई थी। मृत लड़कियों के शरीर पर चोट का कोई निशान नहीं मिला है।
जहरीले पदार्थ के सैंपल की कराई जाएगी जांच
उन्नाव की मृत दोनों लड़कियों के पोस्टमार्टम के दौरान शरीर में मिले जहरीले पदार्थ के सैंपल की जांच कराई जाएगी। पुलिस ने बताया कि सैंपल को जांच के लिए लैब भेजा जाएगा। एसपी ने बताया कि एफएसएल टीम को बुलाया है, जो घटनास्थल का रिक्रिएशन कर जांच को आगे बढ़ाएगी।
सीएम ने डीजीपी से तलब की रिपोर्ट
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उन्नाव की घटना का संज्ञान लेते हुए पुलिस महानिदेशक को प्रकरण की पूरी रिपोर्ट उपलब्ध कराने के निर्देश दिये हैं। सरकारी प्रवक्ता के अनुसार मुख्यमंत्री ने कहा है कि अस्पताल में भर्ती पीड़िता का सरकारी व्यय पर बेहतर से बेहतर इलाज सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने पीड़िता के निःशुल्क इलाज की व्यवस्था करने के निर्देश दिये हैं।