ग्रेटर नोएडा के सूरजपुर कोतवाली क्षेत्र के गुलिस्तानपुर से अगवा चार साल के बच्चे की हत्या कर दी गई। पुलिस ने अपहरण के 21 दिन बाद एक आरोपी को गिरफ्तार कर मामले का खुलासा कर दिया। पड़ोस में ही रहने वाले दो युवकों ने फिरौती के लिए 24 जनवरी को बच्चे का अपहरण किया था।
अपहरण के बाद बच्चे को रखने के लिए कोई जगह नहीं थी इसलिए उसी दिन गला दबाकर हत्या कर दी और शव दलदल के पास छिपा दिया था। पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर बच्चे का शव बरामद कर लिया है। बच्चे के हाथ में बिस्किट का टुकड़ा भी फंसा मिला है। ऐसे में आशंका है कि बच्चे की हत्या उस समय की गई जब वह बिस्किट खा रहा था।
डीसीपी राजेश कुमार सिंह ने बताया कि मूलरूप से बिहार के सहरसा जिला निवासी ब्रह्मदत्त गुलिस्तानपुर में किराए पर कमरा लेकर रहते हैं। 24 जनवरी को उनके छोटे बेटे ऋतिक का घर के बाहर से अपहरण कर लिया गया था। शिकायत पर पुलिस केस दर्ज कर बच्चे की तलाश में जुटी थी।
जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि करीब एक माह पहले ब्रह्मदत्त के पड़ोस में रहने आए कन्नौज के सोरिख थाना क्षेत्र के गांव उलर निवासी अनिल और विजय भी घटना के बाद से लापता हैं। बच्चे के परिजनों ने बताया कि विजय के घर उसकी पत्नी से पूछा गया तो उसने अनभिज्ञता जताई। इसी दौरान उसके घर से संगमरमर के कुछ टुकड़े भी मिले। इन टुकड़ों को लेकर ऋतिक अक्सर खेलता रहता था। घटना के कुछ दिन बाद आरोपी की पत्नी भी लापता हो गई थी। शनिवार को पुलिस ने अनिल को गिरफ्तार कर लिया।
अनिल ने बताया कि उसने अपने साथी विजय के साथ मिलकर बच्चे का अपहरण कर लिया था। अपहरण के बाद वो फिरौती मांगने वाले थे, लेकिन परिजनों ने पुलिस से शिकायत कर दी। शिकायत के बाद पुलिस एक्टिव हो गयी। बच्चे को रखने के लिए कोई जगह नहीं थी इसीलिए डर की वजह से उन लोगों ने उसी दिन गला दबकर हत्या कर दी और बच्चे के शव को एक फैक्ट्री के पीछे दलदल में फेंक दिया। पुलिस दूसरे आरोपी विजय की तलाश कर रही है।
पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर औद्योगिक क्षेत्र साइड बी स्थित एक कंपनी के पीछे दलदल के पास से बच्चे का क्षत विक्षत शव बरामद कर लिया। बच्चे के कपड़े, जूते आदि से परिजनों ने उसकी पहचान की। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।