यूपी के गाजियाबाद जिले के शाहपुर बम्हैटा गांव की जमीन को लेकर हुए विवाद में हुए मुकदमे में पुलिस ने रविवार शाम दो किसानों को गांव से उठा लिया। इसकी सूचना गांव में फैलते ही किसानों ने कविनगर थाने का घेराव कर दिया। किसानों ने थाने के बाहर जमकर नारेबाजी की। साथ ही दोनों किसानों को छोड़े जाने की मांग उठाई। करीब तीन घंटे चले विरोध प्रदर्शन के बाद पुलिस ने दोनों किसानों को छोड़ दिया।
किसान और बिल्डर के बीच जमीन पर कब्जा लेने को लेकर विवाद चल रहा है। इसको लेकर बिल्डर की तरफ से कुछ किसानों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। इसी के चलते पुलिस ने रविवार शाम को गांव के दो किसान सुभाष यादव और नरेश यादव को पकड़कर थाने ले आई। इन दोनों को पुलिस द्वारा थाने लाने की सूचना जैसे ही गांव में फैली तो सैकड़ों ग्रामीण, महिलाओं के साथ कविनगर थाने पहुंच गए। जहां गांव की महिला समेत किसानों ने कविनगर थाना परिसर में जमकर विरोध प्रदर्शन किया।
किसानों ने आरोप लगाया कि पुलिस किसानों को बेवजह परेशान कर रही है। यह जमीन किसानों की है। वह किसी को इसपर कब्जा नहीं लेने देंगे। शाहपुर बम्हैटा गांव के किसान किसान सतबीर यादव का कहना है कि किसनों लगातार शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे है। इसके बाद भी किसानों के खिलाफ ही मुकदमे किए जा रहे हैं। जबकि किसानों की कोई सुनवाई नहीं हो रही है। थाने पर करीब तीन घंटे तक चले विरोध प्रदर्शन के बाद पुलिस ने दोनों किसानों को छोड़ दिया। कविनगर थाना प्रभारी का कहना है कि इन किसानों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। इन्हें पूछताछ के लिए लाया गया था।