दंतेवाड़ा पुलिस ने वैलेंटाइन डे के दिन एक सामूहिक विवाह का आयोजन किया, जिसमें आत्मसमर्पण कर चुके 15 नक्सली शादी के बंधन में बंध गए। दंतेवाड़ा के पुलिस अधीक्षक (एसपी) अभिषेक पल्लव ने न्यूज एजेंसी एएनआई को बताया, “इनमें से कई ऐसे थे जिन्हें उस समय प्यार हो गया था जब वे नक्सल संगठन का हिस्सा थे, लेकिन उन्हें शादी करने की अनुमति नहीं थी।”
दंतेवाड़ा के एसपी ने कहा, “दंतेवाड़ा पुलिस एक घर वापसी अभियान चला रही है, जिसके तहत बीते छहम महीने में लगभग 300 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है।” उन्होंने कहा कि शादी समारोह का आयोजन संस्कृति और परंपरा के अनुसार किया गया।
उन्होंने आगे कहा कि आत्मसमर्पण करने वाले नक्सली वैलेंटाइन डे पर खुशी से शादी समारोह में शामिल हुए। आज इस समारोह ने हिंसा और भय पर प्यार की जीत को चिह्नित किया है।
समारोह में शादी के बंधन में बंधने वाले एक पूर्व नक्सली ने बताया, “एक साल पहले जब हम दोनों नक्सली के रूप में काम कर रहे थे, उसी समय हमें प्यार हो गया था। मेरे सिर पर 5 लाख रुपये का इनाम था, जबकि उस पर 1 लाख रुपये का। हम दोनों शादी करना चाहते थे, लेकिन हमें ऐसा करने से रोक दिया गया था। हमें बच्चे पैदा करने की भी अनुमति नहीं थी, इसलिए उन्होंने नसबंदी करवाई।”
एक अन्य नक्सल, जो 2019 में एक नक्सली संगठन में शामिल हो गया था और उसने हाल ही में आत्मसमर्पण कर दिया था, उसने शादी करने पर खुशी व्यक्त की और कहा कि वह सामूहिक विवाह समारोह के आयोजन के लिए पुलिस का शुक्रगुजार है। दंतेवाड़ा पुलिस ने कहा कि यह समारोह आत्मसमर्पित नक्सलियों के परिवार के सदस्यों, पुलिस अधिकारियों, सैनिकों और अन्य आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों की उपस्थिति में आयोजित किया गया था।