दिल्ली के मंगोलपुरी इलाके में बुधवार 10 फरवरी की रात को हुई रिंकू शर्मा की हत्या पर सियासी बवाल बढ़ने लगा है। पुलिस के अनुसार, बुधवार देर रात जन्मदिन की पार्टी में हुई बहस के बाद चार लोगों ने कथित तौर पर एक 25 वर्षीय युवक रिंकू शर्मा की चाकू मारकर हत्या कर दी थी। इस मामले में पुलिस ने सभी चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि, मृतक के परिवार का कहना है कि उसकी हत्या धार्मिक वजह से ही की गई है। दिल्ली भाजपा भाजपा अध्य्क्ष आदेश गुप्ता आज मंगोलपुरी जाएंगे और मृतक रिंकू शर्मा के परिवार से मिलेंगे।
मृतक रिंकू शर्मा की मां राधा शर्मा ने बताया कि इस झगड़े की शुरुआत करीब पांच-छह महीने पहले हुई थी, उस दिन राम मंदिर निर्माण के लिए दिए जलाए जा रहे थे। हालांकि, उसके बाद यह झगड़ा शांत हो गया था। हत्या वाले दिन रिंकू अपने दोस्त की बर्थडे पार्टी में गया था, वहां पर क्या हुआ हमें यह नहीं पता। उस रात रिंकू दौड़कर घर में आया और हमने दरवाजा बंद कर लिया था, लेकिन जब रिंकू ने उनसे बात करने के लिए दरवाजा खोला तो उन सभी लोगों ने घर के अंदर घुसकर हम पर हमला कर दिया और गैस सिलेंडर की खोल दिया। गैस सिलेंडर से कहीं ब्लास्ट ना हो जाए, यह सोचकर हमने बड़ी मुश्किल से उनसे सिलेंडर छीना। उसके बाद वो लोग रिंकू को डंडे मार-मारकर घसीटते हुए घर से बाहर ले गए और उसे खूब मारा-पीटा और फिर चाकू मार दिया।
राधा शर्मा ने बताया कि रिंकू का इतना खून बह रहा था कि पूरी गली भर गई थी। घायल हालत में रिंकू सिर्फ ‘मम्मी जय श्रीराम, मम्मी जय श्रीराम’ ही कह रहा था। राधा शर्मा ने बताया कि उसके बाद पड़ोस में रहने वाले मेरे एक भाई उसे स्कूटी पर बैठाकर संजय गांधी अस्पताल लेकर गए। उन लोगों ने संजय गांधी अस्पताल में जाकर भी खूब हंगामा किया और जब डॉक्टर उसका चाकू निकालने लगे तो उन्होंने हाथ मारकर चाकू फिर से अंदर की तरफ दबा दिया।
छोटे बेटे की जान को भी खतरा
इस हत्याकांड से डरी-सहमी राधा शर्मा ने कहा कि मेरा बेटा चुपचाप अपनी नौकरी कर रहा था। मुझे इन लोगों से अपने छोटे बेटे की जान को भी खतरा है। मुझे इंसाफ चाहिए और अब मैं इस गली में नहीं रहना चाहती। मैं चाहती हूं कि हमें सुरक्षा के लिए पुलिस मुहैया कराई जाए। उन्होंने बताया कि हत्या में शामिल सभी आरोपी आपस में रिश्तेदार हैं।
वहीं, रिंकू के भाई अंकित ने बताया कि हमलावर, जो चाकू और लाठी से लैस थे, उन्होंने देर शाम उनके दरवाजे पर दस्तक दी और जबरन घर में घुस गए। रिंकू के दूसरे भाई मनु ने बताया कि इससे पहले कि हम कुछ समझ पाते कि क्या हुआ, सभी ने हमें घेर लिया और मेरे भाई के बारे में पूछने लगे। इसके बाद रिंकू को बाहर घसीटा गया और बड़ा सा चाकू उसकी पीठ में घोंप दिया गया।
बता दें कि, मृतक रिंकू अपने माता-पिता और दो भाइयों के साथ मंगोलपुरी के के-ब्लॉक में रहता था और पास के पश्चिम विहार के बालाजी एक्शन अस्पताल में लैब तकनीशियन के रूप में काम करता था।
पुलिस ने बताया कि चारों गिरफ्तार लोगों की पहचान मोहम्मद दानिश (36), मोहम्मद इस्लाम (45), जाहिद (26) और मोहम्मद मेहताब (20) के रूप में हुई है। दानिश और इस्लाम टेलर का काम करते हैं, जाहिद एक कॉलेज छात्र है और मेहताब कक्षा 12वीं में पढ़ता है।