एक्सरसाइज न सिर्फ मोटापे से निजात दिलाने में कारगर है, बल्कि टाइप-2 डायबिटीज, हृदयरोग, स्ट्रोक और कैंसर सहित अन्य जानलेवा बीमारियों से मौत का खतरा भी घटाती है। हालांकि, लोग अक्सर समय की कमी का हवाला देते हुए व्यायाम से जी चुराते हैं।
अमेरिकन एसोसिएशन ऑफ रिटायर्ड पर्सन्स ने ऐसे लोगों से हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के हालिया अध्ययन पर गौर फरमाने की अपील की है, जिसमें 15 मिनट की शारीरिक सक्रियता को भी औसत जीवन प्रत्याशा में तीन साल तक की वृद्धि लाने में असरदार करार दिया गया है।
शोधकर्ताओं के मुताबिक एक्सरसाइज ब्लड शुगर और कोलेस्ट्रॉल से लेकर स्ट्रेस हार्मोन ‘कॉर्टिसोल’ तक का स्तर घटाने में मददगार है। रक्त प्रवाह में सुधार करने, हृदय कोशिकाओं को मजबूत बनाने और बुढ़ापे की रफ्तार घटाने में भी इसकी अहम भूमिका पाई गई है।
डॉ. डैनियल फोरमैन के नेतृत्व में हुए इस अध्ययन में शोधकर्ताओं ने लगातार आठ साल तक ‘अमेरिकन एसोसिएशन ऑफ रिटायर्ड पर्सन्स’ से जुड़े बुजुर्गों की सेहत पर व्यायाम का असर आंका।
उन्होंने पाया कि रोज कम से कम 15 मिनट एक्सरसाइज करने वालों में किसी भी बीमारी से असामयिक मौत का खतरा 14 फीसदी तक घट जाता है।
ऐसे लोगों की उम्र में तीन बेशकीमती साल भी जुड़ जाते हैं। फोरमैन ने तेज गति से की जाने वाली चहकदमी, नृत्य और ताई ची को मानव शरीर के लिए सबसे ज्यादा फायदेमंद एक्सरसाइज में शुमार किया। उन्होंने जॉगिंग, दौड़ने, साइकिल चलाने, हॉकी-फुटबॉल खेलने, घर की सफाई करने और तैराकी को भी खासा फायदेमंद बताया।