दो महीने से ज्यादा समय से दिल्ली की सीमाओं पर किसान डटे किसानों द्वारा शनिवार को चक्का जाम का ऐलान करने के बाद सुरक्षा को लेकर काफी चौकसी बरती जा रही है। चक्का जाम को लेकर किसानों की तैयारियों को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने भी सुरक्षा खाका तैयार कर लिया है। पुलिस मुख्यालय में दिल्ली पुलिस कमिश्नर एस.एन. श्रीवास्तव ने वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक के दौरान सीमा पर और आसपास के इलाके में सुरक्षा इंतजाम के बारे में में जानकारी ली और वहां कड़े बंदोबस्त के निर्देश दिए।
आलम यह है कि सिंघु बॉर्डर, टिकरी बॉर्डर और गाजीपुर पर तो सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए ही गए हैं। साथ ही दिल्ली में प्रवेश के लिए सभी छोटी-बड़ी चक्की-पक्की 125 सड़कों पर भी सुरक्षा चौकस कर दिया गया है। सीमावर्ती इलाकों में जहां किसानों का जमावड़ा लगा है, वहां सुरक्षा के अभूतपूर्व इंतजाम किए गए हैं। किसी बॉर्डर पर चार किलोमीटर के दायरे में सात लेयर की सुरक्षा है तो कहीं कंटीले तार भी लगाए गए हैं, वहीं कहीं सीमा पर सड़क खोदकर भी सुरक्षा को और चौकस बनाया गया है। सिंघु बॉर्डर, टिकरी बॉर्डर और गाजीपुर पर सुरक्षा का सख्त कड़ा पहरा है।
150 अतिरिक्त कंपनी लगाई गई
ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा को देखते हुए पुलिस ने सुरक्षा के चौकस इंतजाम किए हैं। आलम यह है कि जहां सीमावर्ती इलाकों में 50 कंपनी अर्धसैनिक बलों के जवानों को लगाया गया है, वहीं 50 कंपनी को आसपास के इलाकों में गश्त के लिए लगाया गया है। वहीं 50 अतिरिक्त कंपनी को एहतियातन रिजर्व के तौर रखा गया है, ताकि कहीं हालात बिगड़े तो इन जवानों को हालात को काबू करने के लिए वहां भेजा जा सके।
ड्रोन से निगरानी, वीडियोग्राफर की तैनाती
अर्धसैनिक बल की अतिरिक्त कंपनियां तैनात तो कर दी गई हैं। साथ ही सीमा और आसपास के इलाके में ड्रोन से नजर रखी जा रही है। पुलिसकर्मी लगातार वीडियोग्राफी भी कर रहे हैं। इसके अलावा रेंज के ज्वाइंट कमिश्नर स्तर अधिकारियों को अपने इलाके में स्थित बॉर्डर पर पूरी तरह से नजर रखने के लिए कहा गया है। हर दो घंटे पर बॉर्डर के हालात के बारे में आला पुलिस अधिकारियों को अवगत भी कराया जा रहा है। बॉर्डर इलाके मे तनाव को देखते हुए पांच लेयर की सुरक्षा लगाई गई है। बेरीकेड लगाकर रास्ते को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है और सीमा से लगी सड़कों को खोद दिया गया है, ताकि कोई भी संदिग्ध शख्स सीमा पर आवाजाही न कर सके। बाहर से राजधानी में आने वाले किसी भी शख्स की पूरी जांच पड़ताल के बाद दिल्ली में प्रवेश की अनुमति दी जा रही है।
पूरी तैयारी के साथ जवान तैनात
आरपीएफ और सीआरपीएफ के जवान एंटी गेयर राइट में बिल्कुल तैयार मुद्रा में तैनात हैं. ताकि 26 जनवरी की तरह घटना की दोबारा न हो सके। वहीं सीमा पर धारा 144 भी लागू कर दी गई है। वहीं अलग से रिजर्व बटालियन की भी व्यवस्था की गई है। ताकि किसी भी तरह की गड़बड़ी की स्थिति सुरक्षा कर्मी हालात को तत्काल काबू कर सकें। हर जिले के डीसीपी खुद ही अपने-अपने इलाके के प्रमुख सीमावर्ती इलाकों की कमान खुद ही संभाले हुए हैं।
सोशल मीडियो की कड़ी निगरानी
वहीं जांच के दौरान सोशल मीडिया का दुरूपयोग करने की जानकारी मिलने के बाद चक्का जाम को लेकर दिल्ली पुलिस की साइबर सेल को लगाया गया है। साइबर सेल की करीब 50 पुलिसकर्मियों से ज्यादा की टीमें संदिग्ध सोशल मीडिया यूआरएल और अकाउंट्स पर अपनी पैनी नजर गड़ा हुए हैं। कई अकाउंट को बंद किए जाने के बाद भी ट्विटर सहित अन्य दूसरे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म भी ऐसे और संदिग्ध अकाउंट्स की तलाश में है जो भ्रामक और उकसाने वाले ट्वीट्स कर रहे हैं। सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक जिन अकाउंट्स को सस्पेंड किया गया है उन्हें खोलने पर एक मैसेज दिखेगा, जिसमें यह लिखा होगा कि सरकार की तरफ से कानून अपील के बाद इस अकाउंट पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
पुलिस की ये तैयारी भी:–
जगह-जगह क्रेन से लैस रहेगी पुलिस, ताकि किसी वाहन को सड़क से तत्काल हटाने की व्यवस्था रहे।
हर थाने में उपद्रवियों को हिरासत में लेने या गिफ्तार करने के लिए अलग से होगी पुलिस की टीमें।
बार्डर व आसपास के इलाके में सभी सड़कों पर दोगुने बेरिकेड लगाकर संदिग्धों पर होगी नजर।