पीएम नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में भी कृषि कानून के खिलाफ और किसानों के समर्थन में प्रदर्शन का दौर चल रहा है। शुक्रवार को यहां सपा ने अनोखा विरोध किया। वाराणसी में भी दिल्ली के गाजीपुर बार्डर समेत अन्य बार्डर पर की गई किलेबंदी जैसा नजारा दिखाने की कोशिश की गई। सपा नेताओं ने अपने घरों के बाहर नुकीली कीलें लगाकर भाजपा नेताओं के आने पर रोक लगाने का बोर्ड लगा दिया है।
वाराणसी में सपा कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने रणनीति तैयार कर किसान आंदोलन का समर्थन करने की तैयारी कर ली है। आंदोलन के समर्थन में अनोखा प्रदर्शन करते हुए सपा नेताओं ने अपने घर के बाहर नुकीली कीलें लगाकर विरोध जता रहे हैं।
सपा कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों का आरोप है कि किसानों के आंदोलन का समर्थन करने पर कई मौकों पर पुलिस प्रशासन उनको घर में नजरबंद कर चुकी है। ऐसे में विरोध प्रदर्शन करते हुए किसानों के साथ समाजवादी पार्टी कार्यकर्ता और पदाधिकारी भाजपा के खिलाफ घर से ही आंदोलन के मूड में हैं।
शुक्रवार की सुबह सपा नेताओं ने अपने घरों के बाहर भाजपा नेताओं के आने पर मनाही के बोर्ड लगाने के साथ ही गेट के पास जमीन में नुकीली कीलें लगाकर प्रशासन की कार्रवाई का भी विरोध जताया है। सुबह घरों से सपा नेताओं ने नारेबाजी भी की।
सपा नेताओं ने केंद्र सरकार से मांग की कि किसानों की सभी मांगें मानी जाएं और जल्द से जल्द नई दिल्ली की किलेबंदी खत्म कर देश में माहौल सामान्य किया जाए। आरोप लगाया कि सरकार की हठधर्मिता की वजह से किसानों का आंदोलन लंबे समय से चल रहा है।
सपा नेताओं ने आरोप लगाया कि लोकतंत्र की जगह इस समय कीलतंत्र हावी है और दिल्ली की किलेबंदी की गई है। लिहाजा वाराणसी में पीएम नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में समाजवादी पार्टी कार्यकर्ता भाजपा कार्यकर्ताओं को दूर रखने के लिए अपने घरों के बाहर नुकीली कीलों और तार के बाड़ों से किलेबंदी कर भाजपा को दूर रखने के लिए किसानों का घर से ही समर्थन कर रहे हैं।