पत्रकार डेनियल पर्ल की नृशंत हत्या के मुख्य आरोपी उमर सईद को रिहा करने के आदेश देने के बाद से आलोचना से घिरे पाकिस्तानी सुप्रीम कोर्ट ने अब सईद को एक सरकारी गेस्ट हाउस में शिफ्ट कर दिया है। ब्रिटिश मूल का अहमद सईद उमर शेख सुरक्षा कर्मियों की निगरानी में रहेगा और उसे ‘सेफ हाउस’ से निकलने की अनुमति नहीं दी जाएगी। हालांकि, उसकी पत्नी और बच्चे उससे मिलने वहां जा सकेंगे।
शेख पिछले 18 साल से मौत की सजा का सामना कर रहा है। शेख के पिता सईद शेख ने कहा, ‘यह पूरी आजादी नहीं है। यह आजादी की दिशा में एक कदम है।’
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने पर्ल हत्याकांड में शेख को बरी किये जाने के आदेश को पिछले गुरुवार को बरकरार रखा था। वहीं, पर्ल के परिवार और अमेरिकी प्रशासन ने इस फैसले पर नाराजगी जाहिर की थी।
पर्ल के परिवार ने जहां इसे न्याय का मजाक बताया था, तो वहीं अमेरिकी विदेश मंत्री टोनी ब्लिंकेन ने भी इस मुद्दे पर पाकिस्तान को खरी-खरी सुनाई थी। टोनी ब्लिंकेन ने कहा था कि पाकिस्तान अगर उमर सईद को सजा नहीं दे सकता तो अमेरिका ऐसा करने को तैयार बैठा है। टोनी ब्लिंकेन ने पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी से भी इस मसले पर बात की थी। कुरैशी ने ब्लिंकेन को आश्वासन दिया था कि पाकिस्तान सरकार मामले में न्याय करेगी लेकिन फिलहाल ऐसा होता नजर नहीं आ रहा है।
साल 2002 में कराची में ‘द वॉल स्ट्रीट जर्नल के दक्षिण एशिया ब्यूरो प्रमुख पर्ल (38) का सिर कलम करके हत्या कर दी गई थी। पर्ल का 2002 में उस समय अपहरण कर लिया गया था, जब वह पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई और अलकायदा के बीच संबंधों पर एक खबर के लिए जानकारी जुटा रहे थे। इसके बाद पर्ल का सिर कलम करके हत्या कर दी गई थी। इस मामले में अहमद उमर सईद शेख और उसके तीन सहयोगी फहाद नसीम, शेख आदिल और सलमान साकिब को कोट ने अपहरण और हत्या के केस में दोषी ठहराया था।