राजधानी दिल्ली में इजराइली दूतावास के पास शुक्रवार शाम हुई ब्लास्ट की घटना की जांच में जुटी स्पेशल सेल तीन सीसीटीवी फुटेज से दहशतगर्दों का सुराग तलाशने में जुटी है। ये वे फुटेज हैं जिसमें से एक की फुटेज अधार पर तीन लोगों की मूवमेंट का शक जताया जा रहा है, जबकि दूसरे की फुटेज में दो लोगों पर घटनास्थल से थोड़ी दूरी पर कैब से उतरने की आशंका जताई जा रही है। वहीं तीसरी फुटेज में टाइमिंग गलत होने के कारण उसकी फुटेज की भी पूरी शिद्दत के साथ जांच की जा रही है।
दरअसल यह फुटेज घटनास्थल से सबसे पास की है, जिसे अभीतक रिट्रीव नहीं किया जा सका है। मौका-ए-वारदात के पास से जांच एजेंसियों ने 3 सीसीटीवी कैमरों का रिकॉर्ड कब्जे में लिय है। इन तीनों ही फुटेज को जांच टीम बेहद अहम मान रही है। हालांकि इनकी जांच से अभीतक किसी नतीजे पर नहीं पहुंच सकी है। वहीं करीब तीन किलोमीटर के दायरे तक लगे अन्य सीसीटीवी की भी जांच की जा रही है, ताकि संदिग्धों का सुराग तलाशा जा सके।
पहली फुटैज में दो संदिग्ध
सूत्रों के मुताबिक दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को जो पहली सीसीटीवी फुटेज हाथ लगा है, जिसमें दिख रहा है कि एक कैब ने दो व्यक्तियों को ड्रॉप किया था जो इजरायली दूतावास के बाहर घटनास्थल की तरफ जाते दिख रहे हैं। हालांकि कैब ड्राइवर से संपर्क करके पुलिस ने उससे पूछताछ भी की है, लेकिन कोई ठोस जानकारी हाथ नहीं लगी, जिसके आधार पर पुलिस किसी को संदिग्ध की धर-पकड़ करती।
दूसरी फुटेज में तीन कार सवार
वहीं दूसरी फुटेज में बताया जा रहा है कि एक कार में तीन लोग सवार हैं जो घटनास्थल के पास कुछ कार के बाहर हाथ निकालते हुए नजर आ रहे हैं। ऐसे में यह शक है कि हो सकता है कि इनलोगों ने विस्फोटक फेका हो, लेकिन जिस तरह से बम डिवाइडर के पास झाड़ी में रखा था, उससे यह थ्यौरी को बल नहीं मिल रही है। लेकिन इसके बाद भी जांच जारी है।
तीसरी फुटेज लाइव, लेकिन खराब
पुलिस को मौके से जो तीसरी सीसीटीवी फुटेज मिलने की बात सामने आ रही है, उसमें साल 1970 का टाइम आ रहा है। इसमें लाइव फुटेज चल रही है, लेकिन पीछे की फुटेज को रिट्रीव करने में जांच एजेंसी को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ये सीसीटीवी खराब है। इसकी वजह से दिल्ली पुलिस को आस-पास के सीसीटीवी से फुटेज लेनी पड़ रही हैं। इसके अलावा सवाल ये है कि सीसीटीवी खराब क्यों था, क्या इसके पीछे भी किसी तरह की साजिश तो नहीं है।
ब्लास्ट की जगह सीसीटीवी नहीं
दिल्ली में इजरायली दूतावास के पास जिस जिंदल हॉउस के सामने ब्लास्ट हुआ, ठीक वहां सीसीटीवी नहीं है। वहां से कुछ दूरी पर सीसीटीवी है। इस आधार पर यह आशंका भी जताई जा रही है कि हो सकता है कि घटनास्थल की पूरी रेकी की गई होगी। इस दौरान यह जानकारी मिली होगी कि यहां फुटेज नहीं आने से पहचान संभव नही होगा। बहरहाल मामला चाहे जो भी, पुलिस के हाथ अभी खाली ही हैं।