जदयू विधान पार्षद नीरज कुमार ने आरोप लगाया है कि धरती मां रो रही हैं, क्योंकि मानव श्रृंखला की बात वैसे लोग कर रहे हैं, जिन्होंने अपने कार्यकाल में गरीब-किसानों को नौकरी के नाम पर गुमराह कर उनकी जमीन खुद के नाम लिखवायी। अपने नाबालिग बच्चों के नाम भी जमीन लिखवाने से बाज नहीं आए जो कि आज नेता प्रतिपक्ष के पद पर काबिज हैं। उसमें भी फर्जीवाड़ा यह किया गया कि नाबालिग के नाम पर जमीन लिखवाते-लिखवाते एक फर्जी नाम पर भी जमीन लिखाए गए और आज वही राजनीतिक मुद्दों पर मानव श्रृंखला बनाने का शिगूफा छोड़ रहे हैं।
नीरज कुमार ने कहा कि इन्हें चाहिए कि ये अर्जित संपत्ति की जो श्रृंखला है उस पर खड़े होकर कहें कि देखिए हमने बेशुमार किसानों की संपत्ति अर्जित करके राजनीति में जो मापदंड स्थापित किया है, उससे धरती मां क्रंदन कर रही हैं।