केंद्र के नए कृषि कानूनों के विरोध में किसानों का आंदोलन शनिवार को 66वें दिन भी जारी है। किसान आज 30 जनवरी को महात्मा गांधी की पुण्यतिथि को सद्भावना दिवस के रूप में मनाते हुए दिनभर के उपवास पर हैं। सिंघु बॉर्डर पर शुक्रवार को हुई झड़प के बाद आज भारी संख्या में सुरक्षाकर्मी व पुलिस बल तैनात हैं। प्रदर्शन स्थल से करीब 1 किलोमीटर पहले बैरिकेडिंग कर दी गई है। यहां से किसी को आगे नहीं जाने दिया जा रहा है। मीडिया कर्मियों को एसीपी स्तर के अधिकारी उनका पहचान पत्र देखकर एक-एक करके आगे भेज रहे हैं। प्रदर्शनकारियों के करीब 1000 वॉलंटियर ने सारी रात पहरेदारी की है। फिलहाल यहां स्थिति सामान्य बनी हुई है।
LIVE UPDATES
– इनेलो नेता अभय चौटाला गाड़ियों के काफिले के साथ गाजीपुर बॉर्डर पहुंचे। बड़ी संख्या में किसान भी उनके साथ यहां आए हैं।
– गृह मंत्रालय ने 29 जनवरी को रात 11 बजे से 31 जनवरी को रात 11 बजे तक के लिए सिंघु, गाजीपुर, टीकरी बॉर्डर और उनके आस-पास के इलाकों में इंटरनेट सेवाओं को अस्थायी रूप से बंद किया है।एनएच-24 से गाजियाबाद और गाजीपुर बॉर्डर की ओर जाने वाले दोनों कैरिजवे बंद कर दिए गए हैं : दिल्ली ट्रैफिक पुलिस
सिंघु बॉर्डर पर प्रदर्शन स्थल से करीब 1 किलोमीटर पहले बैरिकेडिंग कर दी गई है। यहां से किसी को आगे नहीं जाने दिया जा रहा है। मीडिया कर्मियों को एसीपी स्तर के अधिकारी उनका पहचान पत्र देखकर एक-एक करके आगे भेज रहे हैं।
– सिंघु बॉर्डर पर भारी संख्या में सुरक्षाकर्मी व पुलिस बल तैनात हैं। प्रदर्शनकारियों के करीब 1000 वॉलंटियर ने सारी रात पहरेदारी की है। फिलहाल यहां माहौल सामान्य बना हुआ है।
– शामली से 20 से ज्यादा महिलाएं आज मटके में पानी लेकर यूपी गेट पहुंची हैं। राकेश टिकैत के गांवों से पानी लाने की अपील के बाद लोगों द्वारा खाना-पानी लेकर धरनास्थल पर पहुंचने का सिलसिला लगातार जारी है।
– नए कृषि कानूनों के विरोध में राजस्थान बॉर्डर के शाहजहांपुर में धरने पर बैठे किसानों का आंदोलन अब भी जारी है। किसान सरकार से इन कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं।
– सिंघु बॉर्डर से तमाम किसान नेता राकेश टिकैत से वार्ता के लिए यूपी बॉर्डर पहुंचे।
– गाजीपुर बॉर्डर के धरनास्थल पर किसान सोलर पैनल लगाकर बिजली समस्या का समाधान निकाल रहे हैं। कई तंबुओं में लगे सोलर इन्वर्टर भी लगाए गए हैं।
– गाजीपुर बॉर्डर : आंदोलन में जुट रहे किसानों को अधिकारों के प्रति जागरूक करने के लिए क्रांति की कहानियों पर आधारित बुक स्टॉल लगाया गया है।
– गाजीपुर बॉर्डर : दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अनिल चौधरी किसान आंदोलन का समर्थन करने यूपी गेट पहुंचे हैं। अनिल चौधरी किसानों के साथ जमीन पर बैठकर कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं।
– गाजीपुर बॉर्डर : यूपी गेट के धरनास्थल के आसपास पुलिस द्वारा ड्रोन कैमरे से निगरानी की जा रही है।
– नोएडा : नोएडा पुलिस द्वारा चिल्ला बॉर्डर पर नई तरह के बैरिकेड्स लगाए गए, सभी बॉर्डर पर इसी तरह बैरिकेड लगाए जा रहे हैं।
– केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ गाजीपुर बाॅर्डर पर किसानों का विरोध प्रदर्शन आज 64वें दिन भी जारी है। आंदोलन में हिस्सा लेने आए भारी तादाद में लोग गाजीपुर बॉर्डर पर डटे हुए हैं।
– पंजाब के अलग-अलग हिस्सों से किसान सिंघु बॉर्डर पर पहुंच रहे हैं। किसान नेता ज्यादा से ज्यादा भीड़ जुटाने का प्रयास कर रहे हैं। गाजीपुर बॉर्डर पर भीड़ बढ़ने के बाद सिंघु बॉर्डर पर भी धीरे-धीरे किसान बढ़ रहे हैं।
टीकरी बॉर्डर पर बड़ी संख्या में सुरक्षाबल तैनात है। कृषि कानूनों के खिलाफ यहां किसानों का विरोध-प्रदर्शन जारी है।
किसान संगठनोंं के नेताओं ने शुक्रवार को दिल्ली के सिंघु बॉर्डर पर एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए ऐलान किया था कि सुबह नौ बजे से शाम पांच बजे तक उपवास रखा जाएगा। उन्होंने देश के लोगों से किसानों के साथ जुड़ने की अपील की। किसान नेताओं ने केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा पर भी निशाना साधा और आरोप लगाया कि कृषि कानूनों के खिलाफ शांतिपूर्ण आंदोलन को बर्बाद करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस किसान आंदोलन को नष्ट करने की सत्ताधारी भाजपा की साजिश अब सामने आ गई है।
किसान नेताओं ने यह भी दावा किया था कि गुरुवार रात गाजीपुर बॉर्डर से किसान नेता राकेश टिकैत को हटाने की पुलिस की कथित कोशिश के बाद सभी प्रमुख प्रदर्शन स्थलों- गाजीपुर, सिंघु और टीकरी में आंदोलनकारियों की संख्या बढ़ रही है। भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के नेता युधिष्ठिर सिंह ने कहा कि हमें इन (भाजपा) लोगों से राष्ट्रीय ध्वज का सम्मान करने पर व्याख्यान की जरूरत नहीं है। यहां बैठे अधिकांश किसानों के अपने बच्चे सीमाओं पर देश के लिए लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा किसानों के आंदोलन को दबाने की कोशिश ने इसे और तेज कर दिया है क्योंकि कल रात की घटना के बाद से और अधिक लोग आंदोलन में शामिल हुए हैं।
संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि भाजपा सरकार अब चल रहे शांतिपूर्ण किसान आंदोलन को सांप्रदायिक रंग दे रही है। क्रांतिकारी किसान यूनियन के नेता दर्शन पाल ने कहा कि आंदोलन में शामिल होने के लिए पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान व अन्य राज्यों से बड़ी संख्या में किसान दिल्ली की ओर बढ़ रहे हैं।
उन्होंने दावा किया कि मोहाली (पंजाब) से 800 से अधिक ट्रैक्टर ट्रॉलियां दिल्ली के विभिन्न सीमाओं पर आ रही हैं। दर्शन पाल ने सरकार से सभी आंदोलन स्थलों पर इंटरनेट सेवाएं बहाल करने की अपील करते हुए कहा कि अगर ऐसा नहीं किया गया तो विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।