गणतंत्र दिवस के दिन दिल्ली में किसानों की ट्रैक्टर रैली के नाम पर हिंसा का जो तांडव हुआ जिसने देश को शर्मसार कर दिया। लाल किले में उपद्रवियों के हंगामे की तस्वीर अब सामने आ रही है। इसी बीच दिल्ली पुलिस के एएसआई ने लाल किला परिसर के बाथरूम में 2 घंटे छिपकर अपनी जान बचाई।
कोतवाली थाने में तैनात एएसआई रमेश मंगलवार को लाल किला पर गणतंत्र दिवस की ड्यूटी कर रहे थे। उन्हें बताया गया था कि किसानों का मार्च लाल किले की ओर बढ़ रहा है। वह अन्य सुरक्षाकर्मियों के साथ व्यवस्था देख रहे थे, तभी किसानों ने लाल किला पर धावा बोल दिया। एएसआई रमेश भी पुलिसकर्मियों के साथ भीड़ को रोकने के लिए गए थे। लेकिन, उग्र भीड़ ने उल्टे हमला बोल दिया। वह अपने साथियों के साथ जान बचाने के लिए परिसर में बने शौचालय में घुस गए।
करीब दो घंटे तक भीड़ ने पुलिसकर्मियों के शौचालय से बाहर निकलने का इंतजार किया। इस दौरान उन्होंने गेट भी तोड़ने की कोशिश की, लेकिन सफल नहीं हो पाए। पुलिस ने पूरे परिसर को अपने कब्जे में ले लिया तो एएसआई रमेश बाहर निकल सके।
सिर पर चोट खाकर बचाई झांकी
लाल किला चौकी पर तैनात कांस्टेबल थान सिंह की ड्यूटी झांकियों के रखरखाव के लिए की गई थी। भीड़ ने जब परिसर में धावा बोला तो सुरक्षा व्यवस्था तितर बितर हो गई। इस बीच किसानों का एक झुंड झांकियों की तरफ बढ़ा, जहां पर थान सिंह तैनात थे। उन्होंने भीड़ में शामिल लोगों को रोकने की कोशिश की लेकिन वे आगे बढ़ने लगे। बात करने के दौरान ही किसी ने पुलिसकर्मी के सिर पर डंडा मार दिया लेकिन इसके बाद भी वह राष्ट्रीय पर्व का हवाला देते हुआ उन्हें वापस लौट जाने का निवेदन करते रहे। इसका असर हुआ और भीड़ दूसरी तरफ मुड़ गई।
अब तक 25 से ज्यादा केस दर्ज
किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान भड़की हिंसा के मामले में दिल्ली पुलिस ने अब तक 25 से अधिक केस दर्ज किए हैं और 19 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने पंजाबी अभिनेता दीप सिद्धू और गैंगस्टर लक्खा सिधाना के खिलाफ भी मामला दर्ज कर लिया है। हिंसा में दोनों की भूमिका को लेकर जांच भी चल रही है।
लाल किला पर अतिरिक्त बल तैनात, ड्रोन से रखी जा रही निगरानी
पुलिस अधिकारी ने बताया कि पूरे लाल किला परिसर की निगरानी के लिए ड्रोन कैमरे की भी मदद ली जा रही है। वहीं लाल किला परिसर आम लोगों के लिए बंद कर दिया गया है। इसके अलावा लाल किला की तरफ बढ़ने वाले सभी चार मार्गों पर रेत भरे डम्पर लगाए गये हैं ताकि कोई जबरन नहीं घुस आए।