गणतंत्र दिवस के दिन राजधानी दिल्ली में किसानों के ट्रैक्टर मार्च के दौरान जमकर उपद्रव हुआ। हजारों की संख्या में प्रदर्शनकारी ट्रैक्टरों के साथ दिल्ली में घुसे और लाल किले पर जाकर निशान साहिब का झंडा फहराया। इस दौरान किसानों की कई जगहों पर पुलिस के साथ भिड़ंत भी हुई।
उपद्रव के चलते मंगलवार को जो रास्ते बंद किए गए थे, वो देर रात फिर से खोल दिए गए। बुधवार सुबह भी इन रास्तों पर ट्रैफिक सामान्य है। हालांकि, पुलिस ने आईटीओ से दिन दयाल उपाध्याय मार्ग, इंडिया गेट जाने वाले रास्ते और मिंटो रोड से कनॉट प्लेस का रास्ता बंद कर दिया है। इसके अलावा दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने गाजीपुर फूल मण्डी/फल मण्डी, एनएच-9 व एनएच-24 को भी बंद कर दिया है। जिसे भी दिल्ली से गाजियाबाद जाना है वह कड़कड़ी मोड़, शाहदरा व डीएनडी का प्रयोग कर सकता है।
Ghazipur Mandi, NH-9 and NH-24 have been closed for traffic movement. People commuting from Delhi to Ghaziabad are advised to take Shahdara, Karkari Mor and DND: Delhi Traffic Police
दिल्ली ट्रैफिक पुलिस के अलावा दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) ने भी बुधवार को अहम फैसला लिया। डीएमआरसी ने लाल किला मेट्रो स्टेशन को पूरी तरह बंद कर दिया है, जबकि जामा मस्जिद मेट्रो स्टेशन पर यात्रियों की एंट्री पर पाबंदी रहेगी। इसके अलावा अन्य सभी स्टेशन पर मेट्रो सेवाएं सामान्य हैं।
दिल्ली पुलिस ने 22 FIR दर्ज कीं
आपको बता दें कि कल दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में हुए बवाल पर पुलिस ने अब तक 22 FIR दर्ज कर ली हैं। वहीं, दिल्ली में मोबाइल इंटरनेट सेवा पर प्रतिबंध कल रात 12 बजे तक था, लेकिन अभी भी कहीं-कहीं दिक्कत आ रही है। हिंसा के दौरान उपद्रवियों ने कुल 8 बसों और 17 अन्य वाहनों को नुकसान पहुंचाया है। हिंसा की सबसे ज्यादा घटनाएं मुकरबा चौक, गाजीपुर, ITO, सीमापुरी नांगलोई और लाल किले में हुईं।
22 FIRs have been registered in connection with the violence during farmers’ tractor rally yesterday: Delhi Police
सीसीटीवी फुटेज से पुलिस करेगी प्रदर्शनकारियों की पहचान
दिल्ली पुलिस अब जगह-जगह लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज निकालकर प्रदर्शनकारियों की पहचान करने में जुटी है। लाल किले, नांगलोई, मुकरबा चौक, सेंट्रल दिल्ली में सीसीटीवी कैमरों से फुटेज निकालने के लिए स्पेशल सेल, क्राइम ब्रांच की मदद भी ली जा रही है। इसमें पुलिस पर हमला करने वालों, लालकिले पर चढ़ने वालों, सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वालों पर पुलिस की नजरें हैं। साथ ही उन किसान नेताओं की पहचान भी की जा रही है जिन्होंने आंदोलनकारियों को निर्धारित रूट से अलग सेंट्रल दिल्ली में जाने के लिए भड़काया।