राजद नेता तेजस्वी यादव अपने बड़े भाई तेज प्रताप यादव और माता राबड़ी देवी के साथ पिता लालू प्रसाद यादव को देखने के लिए रांची जा रहे हैं। शुक्रवार रात में उनकी मुलाकात संभव है। रांची रवाना होने से पहले पटना में पत्रकारों से बातचीत करते हुए तेजस्वी यादव ने पिता के स्वास्थ्य की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि हम लोग उनको लेकर चिंतित हैं। फिलहाल कई सारे टेस्ट किए गए हैं और रिपोर्ट आनी है।
तेजस्वी यादव ने कहा कि लालू जी की किडनी 25 फीसदी ही काम कर रही है। उम्र और कई तरह की बीमारियों के कारण उन्हें दिक्कत है। कल उन्हें सांस लेने में दिक्कत हो रही थी। इसके बाद कई टेस्ट कराए गए। हमलोगों को कोरोना का भी डरा था लेकिन अभी तक मिली जानकारी के मुताबिक रिपोर्ट नेगेटिव आई है। उनके फेफड़े में पानी है और निमोनिया की शिकायत है।
पत्रकारों ने जब पूछा कि क्या आपलोगों की लालू से मुलाकात आज ही होगी? इसका जवाब देते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि जेल मैनुअल के हिसाब से परिवार को विशेष परिस्थिति में मिलने की अनुमति है। हमने जेल प्रशासन से इसको लेकर अनुमति मांगी है। मुझे उम्मीद है कि स्थिति को देखते हुए आज ही मुलाकात के लिए इजाजत दे दी जाएगी। बता दें कि चारा घोटाले में सजायाफ्ता लालू यादव इलाज के लिए लंबे समय से रांची स्थित रिम्स अस्पताल में भर्ती हैं। जेल मैनुअल के हिसाब से प्रत्येक शनिवार को वे तीन लोगों से मिल सकते हैं।
रांची के रिम्स अस्पातल में भर्ती राजद अध्यक्ष और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव की तबीयत गुरुवार को बिगड़ गई थी। उन्हें सांस लेने में दिक्कत हो रही थी। उनके खराब स्वास्थ्य की जानकारी मिलते ही परिवार के लोग चिंतित हो गए। शुक्रवार की सुबह उनकी बड़ी बेटी और राज्यसभा सांसद मीसा भारती पिता लालू से मिलने के लिए रांची पहुंचीं। अब परिवार के अन्य सदस्य भी वहां जा रहे हैं।
लालू के खराब स्वास्थ्य की जानकारी मिलते ही झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता रिम्स पहुंचे थे। इसके बाद रिम्स के निदेशक कामेश्वर प्रसाद, अधीक्षक डॉ विवेक कश्यप और राजद अध्यक्ष का लंबे समय से इलाज कर रहे डॉक्टर उमेश प्रसाद भी उनका हाल जानने पहुंचे थे। रिम्स के पेइंग वार्ड से बाहर आने के बाद निदेशक कामेश्वर प्रसाद ने कहा था कि लालू प्रसाद यादव की तबीतय स्थिर है। उनके फेफड़ों में इंफेक्शन हो गया है, जो एक तरह का निमोनिया है। उन्होंने कहा कि इलाज जारी है और हमने एम्स के लंग्स डिपार्टमेंट के एचओडी से इस संबंध में सलाह ली है।