मध्य प्रदेश में मुरैना जिले के दो गांवों मानपुर और पहावाली में सोमवार रात को कथित तौर पर जहरीली शराब पीने से 14 लोगों की मौत हुई थी। मामले में मंगलवार रात से 6 और लोगों की जान ले ली है और मरने वालों की संख्या बढ़कर 20 हो गई है। मरने वाले इन सभी पीड़ित अस्पताल में ही भर्ती थे।
पुलिस ने कहा कि मुरैना और ग्वालियर जिलों में 17 पीड़ितों को अभी भी अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उनकी हालत गंभीर है। मामले में पुलिस के एक उप-विभागीय अधिकारी सुजीत सिंह भदोरिया को बुधवार को निलंबित कर दिया गया। अधिकारियों के अनुसार इससे पहले एक थाना प्रभारी और जिला आबकारी अधिकारी को अधिकारियों द्वारा निलंबन के तहत रखा गया था।
पुलिस ने बताया कि आईपीसी की धारा 304 और आबकारी अधिनियम की संबद्ध धाराओं में मामला दर्ज किया गया है तथा जांच और पूछताछ के लिए कुछ व्यक्तियों को हिरासत में भी लिया गया है। मध्य प्रदेश में बीते तीन माह में इस तरह की यह दूसरी घटना है। इससे पहले अक्टूबर माह में उज्जैन में जहरीली शराब पीने से 14 लोग मारे गए थे।
घटना को गंभीरता से लेते हुए मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, ” मुरैना में जहरीली शराब दुर्घटना अत्यंत दु:खद एवं दुर्भाग्यपूर्ण है। दुर्घटना की जांच के आदेश दिए गए हैं। कमिश्नर ग्वालियर-चंबल ने जांच दल बनाया है, जिसने जांच प्रारंभ कर दी है। जो भी व्यक्ति दोषी होंगे, उनके विरुद्ध कठोर कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा, ”घटना में प्रथमदृष्टया सुपरविजन में लापरवाही पाए जाने पर, जिला आबकारी अधिकारी मुरैना को तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर दिया गया है। इस बीच, अवैध शराब के सेवन से 14 लोगों की मौत होने और 20 अन्य के बीमार होने पर एक पुलिस अधिकारी को भी निलंबित किया गया है। मध्यप्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा, ” मुरैना में जहरीली शराब पीने से हुई मौत की घटना बेहद दुखद और पीड़ादायक है। इस मामले में संबंधित थाना प्रभारी को निलंबित कर दिया गया है। घटना के लिए जिम्मेदार कोई भी दोषी बख्शा नहीं जाएगा।