महाराष्ट्र के भंडारा के जिला अस्पताल में आग लगने से 10 नवजात झुलस कर मर। अगर अस्पताल प्रशासन हादसे को काबू करने में थोड़ी देर भी और करता तो यह हादसा और बड़ा हो सकता था क्योंकि उस वक्त वॉर्ड में कुल 17 बच्चे थे। हादसा रात के करीब 2 बजे हुआ जब अधिकतर लोग सो रहे थे। हालांकि, वॉर्ड में मौजूद नर्स ने कमरे से धुआं उठते देख ही सबको सतर्क कर दिया और समय रहते 7 बच्चों को बचा लिया गया। फिलहाल हादसे का कारण साफ नहीं है लेकिन माना जा रहा है कि वॉर्ड में बच्चों के लिए वॉर्मर चलाया जाता था जिसमें शॉट सर्किट की वजह से आग लगी।
भंडारा के डीएम संदीप कदम के मुताबिक, ‘रात को करीब डेढ़ से दो बजे के बीच में सिक न्यूबॉर्न केयर यूनिट (SNCU) में आग लगने से 10 बच्चों की मौत हुई है और इसमें 7 बच्चों को बचाया गया है। मामले में विस्तृत जांच की जाएगी और घटना का कारण पता लगाया जाएगा।’
नर्स ने समय रहते किया सबको सतर्क
जिला अस्पताल के सिविल सर्जन प्रमोद खंडाते ने बताया कि सबसे पहले एक नर्स ने अस्पताल के शिशु देखभाल विभाग से धुआं उठते देखा। जिसके बाद डॉक्टरों और अन्य कर्मचारियों को जानकारी मिली और वे पांच मिनट के भीतर यहां पहुंच गए। उन्होंने बताया कि इकाई के ‘इनबाउंड वॉर्ड से सात बच्चों को दमकल कर्मियों ने सुरक्षित बाहर निकाल लिया लेकिन 10 बच्चों को बचाया नहीं जा सका।
सरकार ने 5-5 लाख रुपये के मुआवजे का ऐलान किया
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने जिला अस्पताल में आग लगने की घटना को लेकर स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे के साथ-साथ भंडारा के जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक से बात की। उन्होंने जांच का भी आदेश दिया है। इसके बाद स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने ऐलान किया कि सरकार की तरफ से मृतक बच्चों के परिवार को 5-5 लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी।
शॉट सर्किट है आग लगने की वजह
खंडाते ने बताया कि बच्चों को जिस वार्ड में रखा जाता है, वहां लगातार ऑक्सीजन की आपूर्ति की जरूरत होती है। उन्होंने बताया, ”वहां आग बुझाने वाले उपकरण थे और कर्मियों ने उनसे आग बुझाने की कोशिश की। वहां काफी धुआं हो रहा था।” उन्होंने बताया कि आग का शिकार होने वाले बच्चों के माता-पिता को इसकी जानकारी दे दी गई है और बचाए गए सात बच्चों को दूसरे वार्ड में भेज दिया गया है। आईसीयू वार्ड, डायलिसिस और लेबर वार्ड से रोगियों को सुरक्षित दूसरे वार्ड में भेज दिया गया है। अभी तक आग लगने के पीछे की वजह का पता नहीं चल पाया है, लेकिन शॉर्ट सर्किट होने का संदेह है।
पूर्व सीएम फडणवीस ने की जल्द से जल्द जांच की मांग
महाराष्ट्र के भंडारा में हुए इस हादसे के बाद महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने जल्द से जल्द जांच की मांग की है। उन्होंने सरकार से इस हादसे के जिम्मेदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की भी मांग की है।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने जताया दुख
इस दुखद दुर्घटना पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी दुख जताया और कहा- महाराष्ट्र के भंडारा में हुए हादसे में शिशुओं की असामयिक मृत्यु से मुझे गहरा दुख हुआ है। इस ह्रदय विदारक घटना में अपनी संतानों को खोने वाले परिवारों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना।’
पीएम मोदी ने कहा- दिल दहला देने वाली घटना
पीएम मोदी ने हादसे को लेकर दुख व्यक्त करते हुए ट्वीट किया, ‘महाराष्ट्र के भंडारा में दिल दहला देने वाली घटना हुई है, जिसमें हमने कीमती युवा जीवन खो दिया है। सभी शोक संतप्त परिवारों के साथ मेरी संवेदनाएं हैं। मुझे उम्मीद है कि घायल जल्द से जल्द ठीक हो जाएंगे।’
गृहमंत्री अमित शाह ने जताया शोक
हादसे को लेकर अमित शाह ने दुख व्यक्त करते हुए कहा, ‘महाराष्ट्र के भंडारा जिला अस्पताल में लगी आग दुर्घटना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं। भगवान उन्हें इस अपूरणीय क्षति को सहन करने की शक्ति दें।’
राहुल गांधी की महाराष्ट्र सरकार से अपील
वहीं, राहुल गांधी ने भी इस घटना पर शोक संवेदना प्रकट की है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘अस्पताल में आग लगने की दुर्भाग्यपूर्ण घटना बेहद दुखद है। उन बच्चों के परिवारों के प्रति मेरी संवेदना, जिन्होंने अपनी जान गंवाई। मैं महाराष्ट्र सरकार से अपील करता हूं कि वे घायलों और मृतकों के परिवारों को हर संभव सहायता प्रदान करें।’