कल तक जिसे वह अपने पति का कातिल मानती थी और उसके खिलाफ कार्रवाई के लिए पुलिस अधिकारियों के यहां शिकायत करती फिर रही थी अब समाज के दबाव में उसी से महिला ने शादी करेगी। पीपीगंज इलाके का यह मामला जब से सामने आया है पूरे इलाके में चर्चा है। बताया जा रहा है कि महिला की शिकायत से डरे युवक ने खुद को बचाने के लिए शादी का प्रस्ताव रखा तो महिला ने अपने लिए जीवन साथी और बच्चों के लिए पिता का सहारा मिलने की उम्मीद में उसका प्रस्ताव ठुकार नहीं पाई। उसने न सिर्फ उसे माफ किया बल्कि कत्ल की अपनी शिकातय भी वापस ले ली। फिलहाल पुलिस की जांच अभी यह साबित नहीं कर पाई है कि युवक ही कातिल है। पुलिस का शुरू से ही कहना था कि महिला के पति की ट्रेन से कटकर मौत हुई थी।
मिली जानकारी के अनुसार पीपीगंज नगर पंचायत के वार्ड नंबर एक निवासी 35 वर्षीय जनार्दन प्रसाद बीते 28 दिसम्बर की शाम घर से निकला और 30 दिसम्बर की सुबह करीब पांच बजे पीपीगंज में गोलीगंज के पास रेलवे ट्रैक पर उसकी लाश मिली। जर्नादन की पत्नी ने पीपीगंज इलाके के युवक पर पति के कत्ल का आरोप लगाते हुए पुलिस में तहरीर दी थी। उसका आरोप था कि युवक ही उसके पति को दावत के बहाने साथ ले गया था। पीपीगंज पुलिस ने युवक को हिरासत में लिया था पर पीएम रिपोर्ट में ट्रेन से कटने से मौत की बात सामने आई तो पुलिस ने उसे छोड़ दिया। हालांकि पुलिस यह जानती थी कि युवक ने भले ही कत्ल न किया हो पर यह घटना खुदकुशी की है और खुदकुशी में वजह वह भी है।
उधर, थाने की पुलिस ने जब कार्रवाई नहीं की तो जनार्दन की पत्नी ने चार जनवरी को एसएसपी को प्रार्थना पत्र देकर कार्रवाई की मांग की थी। उसने आरोप लगाया कि मेरे पति को मेरे वार्ड के एक राजनीतिक दल के युवा नेता बहाल फुसला कर अपने साथ ले गए और मार पीट कर हत्या कर ट्रैक पर फेंक दिए। मुझे भी धमकी दी जा रही है। इससे पूर्व में युवक का मेरे साथ संबंध था। पति बाहर कमाते थे इसी दौरान संबंध बन गया था लॉकडाउन में घर लौटने पर संबंध में पति के रोड़ा बनने पर युवक ने उन्हें रास्ते से हटा दिया। एसएसपी ने पीपीगंज पुलिस को कार्रवाई करने का निर्देश दिया। पीपीगंज पुलिस युवक की तलाश कर रही थी कि इस बीच मंगलवार को दोनों पक्षों के बीच उनके समाज के लोगों की उपस्थिति में समझौता हो गया है। जिस युवक पर महिला आरोप लगा रही थी उसी से समाज के दबोव में वह शादी कर रहने के लिए तैयार हो गई। महिला ने कहा कि वह अकेली है उसके तीन बच्चे भी हैं लोगों ने समझौता करने को कहा तो मैं तैयार हो गई। थाने में ही दोनों पक्षों का समझौता हुआ मैं समझौते को तो मैं स्वीकार कर रही हूं लेकिन मन में डर है कि आगे मेरे साथ कोई अनहोनी न हो इसकी पुलिस गारंटी ले।
यह हुआ है समझौता
युवक ने समझौते का पत्र तैयार करते हुए लिखा कि मेरा और महिला के बीच संबंध था। मैं हिन्दू रिति रिवाज के तहत उसे अपनी पत्नी के तरह रखूंगा। हम दोनों के बीच अब किसी भी प्रकार का कोई विवाद नहीं है। महिला के पति की मौत हो चुकी है। महिला को अपनी पत्नी की तरह रखूंगा। हमदोनों में किसी तरह का कोई कानूनी व विधिक कार्रवाई नहीं होगी। पहले पति के बच्चे भी अब मेरे बच्चे की तरह रहेंगे।
जिस युवक पर महिला अपने पति के कत्ल का आरोप लगा रही थी उससे वह समझौता कर ली है। समाज के लोगों ने अपास में मिलकर समझौता कराया है और पुलिस को इससे अवगत कराया है। महिला के पति का कत्ल नहीं हुआ था उसकी ट्रेन से कटकर मौत हुई थी। समझौते के आधार पर वह महिला को अपनी पत्नी के तौर पर रखेगा उसके तीनों बच्चों को भी स्वीकार करेगा।