समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कोरोना वैक्सीन को भाजपा की वैक्सीन बताकर इसे लगवाने के लिए मना कर दिया था। इसके बाद भाजपा ने अखिलेश को जमकर घेरा। हालांकि अपने बयान से घिरे अखिलेश ने सोमवार को प्रेस कान्फ्रेंस करके सफाई भी दी। इससे पहले प्रसपा अध्यक्ष और अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल यादव ने भारतीय कोरोना वैक्सीन को मंजूरी मिलने पर वैज्ञानिकों की सराहना की। शिवपाल ने ट्वीट कर कहा कि नि:संदेह यह हर भारतीय के लिए गर्व का क्षण है। ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ने सीरम इंस्टीटयूट ऑफ इंडिया के कोविशील्ड और भारत बायोटेक के कोवैक्सीन को आपातकालीन स्थिति में प्रतिबंधित उपयोग की अनुमति दे दी है। भारतीय वैज्ञानिकों की मेधा और उद्यमिता को नमन।
मायावती ने भी कोरोना टीके का किया स्वागत, वैज्ञानिकों को दी थी बधाई
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के उलट बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती ने कोरोना टीके का स्वागत किया था। डीजीसीआई से दो कोरोना वैक्सीन की मंजूरी मिलने के बाद रविवार को ट्वीट कर उन्होंने स्वदेशी टीके का स्वागत किया और इसके लिए वैज्ञानिकों को बधाई दी। मायावती ने साथ ही केंद्र सरकार से देश में सभी स्वास्थ्यकर्मियों के साथ-साथ समाज के अति गरीब लोगों के लिए भी इस टीके की निशुल्क व्यवस्था करने का भी अनुरोध किया। उन्होंने ट्वीट किया, ‘अति-घातक कोरोनावायरस महामारी को लेकर आए स्वदेशी वैक्सीन (टीके) का स्वागत व वैज्ञानिकों को बहुत-बहुत बधाई। साथ ही, केन्द्र सरकार से विशेष अनुरोध भी है कि देश में सभी स्वास्थ्यकर्मियों के साथ-साथ सर्वसमाज के अति-गरीबों को भी इस टीके की मुफ्त व्यवस्था की जाए तो यह उचित होगा।’