राजधानी दिल्ली में गरज और बिजली चमकने के साथ तेज बारिश ने रविवार को शहर को पूरी तरह से हिलाकर रख दिया। दिल्ली में जारी शीतलहर और कड़ाके की ठंड के बीच राष्ट्रीय राजधानी में रविवार को भारी बारिश हुई, जिसके चलते शहर के कुछ इलाकों में जलभराव की समस्या सामने आई। शनिवार को सुबह 8.30 बजे से रविवार दोपहर 2.30 बजे के बीच 39.9 मिमी बारिश दर्ज की गई। यहां ध्यान देने वाली बात है कि अब तक जनवरी महीने में कभी भी 21.7 मिमी से अधिक औसत बारिश नहीं हुई थी। मगर इस बार दिल्ली की बारिश ने वो भी रिकॉर्ड तोड़ दिया। बहरहाल, आज भी दिल्ली वालों को राहत नहीं मिलने वाली है। दिल्ली में आज भी तेज बारिश की संभावना जताई गई है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, मंगलवार तक ओलावृष्टि और गरज के साथ और तेज बारिश होने के आसार हैं। मौसम विभाग ने सोमवार को बादल छाए रहने के साथ ही हल्की से मध्यम बारिश अथवा आंधी चलने का पूर्वानुमान जताया है। साथ ही कुछ स्थानों पर ओला-वृष्टि की संभावना जताई है। इतना ही नहीं, 4 और 5 जनवरी के लिए दिल्ली में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। ऑरेंज अलर्ट का मतलब होता है कि सरकार की राहत और बचाव एजेंसियां बारिश और आंधी-तूफान जैसे आपात स्थितियों के लिए तैयार रहती हैं।
मौसम विभाग के अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली में न्यूनतम तापमान 9.9 डिग्री सेल्सियस रहा जबकि अधिकतम तापमान 15.8 डिग्री दर्ज किया गया। वहीं, आर्द्रता 100 से 82 प्रतिशत के बीच रही। सफदरजंग वेधशाला के मुताबिक, शाम 5:30 बजे तक शहर में 14.8 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। वहीं, पालम और लोधी रोड मौसम केंद्र ने क्रमश: 5.3 मिमी एवं 18.6 बारिश दर्ज की।
विभाग के मुताबिक, सोमवार को अधिकतम एवं न्यूनतम तापमान क्रमश: 18 डिग्री एवं 10 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है। इस बीच, रविवार को भारी बारिश के कारण पुल प्रह्लादपुर अंडरपास, वसंत कुंज और स्वामी नगर में जलभराव हो गया। दिल्ली अग्निशमन विभाग के एक अधिकारी के मुताबिक, पुल प्रह्लादपुर अंडरपास में जलभराव के चलते दो लोग ट्रक में फंस गए।
उत्तर भारत में पांच जनवरी तक भारी बारिश जारी रहने का अनुमान
उत्तर भारत में पांच जनवरी तक भारी बारिश जारी रहने का अनुमान है। इसके साथ ही अलग-अलग स्थानों पर बारिश के अलावा ओलावृष्टि का भी पूर्वानुमान है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने रविवार को यह जानकारी दी। आईएमडी के मुताबिक, इस तरह की मौसमी गतिविधियां मैदानी इलाकों (पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तरी राजस्थान) में रविवार और सोमवार को जबकि सोमवार से पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र (जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड) में चरम पर रहेंगी। विभाग ने कहा कि बारिश के बाद उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी भागों में उत्तरी-उत्तरी पश्चिमी हवाओं के चलने का अनुमान है, जिसके चलते सात जनवरी से पंजाब, हरियाणा और उत्तरी राजस्थान के दूर-दराज के स्थानों पर जबरदस्त शीतलहर चलने की संभावना है।