उत्तर प्रदेश के बरेली जिले के फरीदपुर में लव जिहाद का मुकदमा पुलिस की जांच पड़ताल में झूठा निकला है। छात्रा ने युवक पर कई गंभीर आरोप लगाए थे। इसके बाद पुलिस ने केस दर्ज करके मामले की जांच पड़ताल शुरू की तो मामला कुद और ही निकला। जांच पड़ताल में पता चला कि जिस दिन छात्रा ने तमंचा दिखाकर घेरने की कोशिश करने के आरोप लगाए हैं, उस दिन आरोपी फरीदपुर में नहीं बरेली में था। मामले की जांच पड़ताल और लोकेशन के आधार पर पुलिस मुकदमे को खत्म करने की तैयारी में है।
उधर पीड़िता और उसके भाई ने पुलिस पर आरोपियों से मिलीभगत करने का आरोप लगाया है। शुक्रवार को फरीदपुर के रहने वाले अबरार के खिलाफ लव जिहाद का मुकदमा दर्ज किया गया था। आरोप था कि अबरार ने बीएससी नर्सिंग की छात्रा पर धर्म परिवर्तन के लिए दबाव बनाया। उसकी ससुराल जाकर शादी तुड़वाने की कोशिश की। धर्म परिवर्तन कर निकाह के लिए तैयार नहीं हुई तो उसके पूरे परिवार को तमंचा लेकर जान से मारने की धमकी दी। जिसकी वजह से परिवार वाले काफी दहशत में आ गये। उन्होंने पूरे मामले की शिकायत फरीदपुर पुलिस से की थी। जिस पर फरीदपुर में आरोपी अबरार के खिलाफ लव जिहाद का मुकदमा दर्ज किया गया था।
हमें जान का खतरा बहन कर चुकी आत्महत्या की कोशिश
छात्रा के भाई ने कहा पुलिस आरोपियों से मिल गई है। मामले को झुठला रहे हैं। आरोपी अबरार उन्हें जान से मारने की धमकी दे रहा है। छात्रा और उनके छोटे भाई को तमंचा लेकर घेर चुका है। इस बेइज्जती से तंग आकर छात्रा ने कछला घाट पर आत्महत्या की कोशिश की थी। बड़ी मुश्किल से समझा कर उसे घर लाये। पुलिस मामले को झूठा बता रही है। जबकि मेरा पूरा परिवार दहशत में है।
विश्व हिंदू परिषद विभाग अध्यक्ष पवन अरोड़ा ने कहा कि घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। छात्रा पर धर्म परिवर्तन के लिए दबाव बनाया गया। उसने निकाह करने से मना कर दिया। उसको और उसके परिवार को तमंचा लेकर धमकाया गया। इस पूरे मामले को लेकर वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से मिलेंगे। आरोपियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी सजा कराई जाएगी।
बरेली एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने बताया कि छात्रा ने जिस दिन की घटना दिखाई है। आरोपी अबरार उस दिन वहां मौजूद नहीं था। वहां से कई किलोमीटर दूर था। उसकी लोकेशन और गवाहों के बयानों के आधार पर मुकदमे को खत्म किया जाएगा। आरोप झूठे निकले हैं। झूठा मुकदमा दर्ज कराने वालों के खिलाफ धारा 182 के तहत कार्रवाई की जाएगी।