दिल्ली के पुलिस कमिश्नर एस.एन. श्रीवास्तव ने शनिवार को दिल्ली पुलिस कर्मियों के लिए प्राकृतिक मौत और हादसे में मृत्यु के साथ ही आत्महत्या के मामलों में भी बीमा कवर बढ़ाने की घोषणा की है।
सभी जवानों को नए साल की शुभकामनाएं देते हुए कमिश्नर ने कहा कि 40 वर्ष से अधिक उम्र के सभी पुलिसकर्मियों की अनिवार्य मेडिकल जांच होगी ताकि किसी भी रोग का समय रहते पता चल सके और इलाज शुरू किया जा सके।
कमिश्नर ने कहा कि बीता वर्ष चुनौतीपूर्ण था और कोविड-19 महामारी के कारण पुलिसकर्मी मानसिक, शारीरिक और आधिकारिक तौर पर बहुत अधिक दबाव में थे। उन्होंने एक बयान में बताया कि फ्रंट लाइन वर्कर होने के कारण 7,612 पुलिस कर्मी कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए। उनमें से 7,424 ठीक हो गए और ड्यूटी पर लौट आए जबकि 32 की कोरोना वायरस के कारण मृत्यु हो गई।
पिछले साल 14 पुलिस कर्मियों ने आत्महत्या की
यही नहीं, साल 2020 में दिल्ली पुलिस के 231 कर्मियों की प्राकृतिक मौत हुई, 44 की हादसे में मौत हो गई जबकि 14 पुलिस कर्मियों ने आत्महत्या कर ली। उन्होंने कहा कि यह बताता है कि पुलिसकर्मी गंभीर किस्म के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य संकटों का सामना कर रहे हैं जिन्हें देखने की जरूरत है।
कमिश्नर ने बताया कि प्राकृतिक मौत की स्थिति में बीमा कवर पांच लाख रुपये से बढ़ाकर 28 लाख रुपये कर दिया गया है, जबकि हादसे में मृत्यु की स्थिति में यह 30 लाख रुपये से बढ़ाकर 78 लाख रुपये कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि आत्महत्या के मामलों में परिवार की मदद के लिए 10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता का प्रावधान किया गया है।
135 कर्मियों को आउट ऑफ टर्न प्रमोशन
बयान में कहा गया है कि कुल 135 कर्मियों को आउट ऑफ टर्न प्रमोशन दिया गया है, जबकि 235 को असाधारण कार्य पुरस्कार से नवाज गया है, जबकि 145 को कमेंडेशन रोल से सम्मानित किया गया है। उन्होंने कहा कि एक विशेष पहल के तहत एक वर्ष में 50 या अधिक लापता बच्चों को तलाश करने के लिए तीन आउट-ऑफ-टर्न प्रमोशन भी दिए गए हैं।