दिवाली पर एक पिता अपने परिवार को खुश देखने के लिए बच्चों के लिए नए कपड़े खरीदकर लाया, सोचा के बच्चों के चेहरे पर मुस्कान आएगी। लेकिन मानों वो नए कपड़े नहीं बल्कि बच्चों को लिए कफन खरीद लाया हो। जी हां मध्य प्रदेश के गुना जिले के म्याना कस्बे में एक युवक के खौफनाक कदम से परिवार ही नहीं बल्कि जिसने भी जाना हर कोई हैरान रह गया। दरअसल, म्याना के नईसरांय मोड़ स्थित बरबटपुरा कॉलोनी निवासी राजेश कुशवाह दीपावली की शाम को अपने दोनों बेटे भूपेंद्र और करण कुशवाहा के लिए कपड़े लेकर घर पहुंचे थे। मंगलवार सुबह जब पिता द्वारा लाए गए नए कपड़े दोनों भाइयों ने देखे, तो दोनों के बीच कपड़े की पसंद को लेकर कहा-सुनी शुरू हो गई। बताया गया है कि जो कपड़े बड़े भाई भूपेंद्र को पसंद आ रहे थे, वही कपड़े छोटे भाई करण को भी पसंद आ रहे थे। यह मामूली कहा-सुनी जल्द ही विवाद में बदल गई।
छोटी सी बात पर लगभग 20 वर्षीय बड़े भाई भूपेंद्र ने इतना व्यथित होकर गुस्से में आकर घर में रखी इल्ली मारने की जहरीला दवाई का सेवन कर लिया। परिजनों को जैसे ही इस बात का पता चला, वे तुरंत भूपेंद्र को लेकर गुना जिला अस्पताल पहुंचे। लेकिन उपचार के दौरान सुबह करीब 10:30 बजे भूपेंद्र ने दम तोड़ दिया। इस घटना से पूरा परिवार सदमे में है।
पिता राजेश कुशवाह ने कभी सोचा नहीं था कि दीपावली के लिए लाए गए कपड़े उनके बेटे की मौत का कारण बन जाएंगे। म्याना पुलिस मामले की जांच कर रही है। एक छोटी सी कहासुनी के कारण एक युवा जिंदगी के खत्म हो जाने से इलाके में शोक का माहौल है।