देश के कई हिस्सों में भीषण गर्मी से जूझ रहे लोगों को राहत मिल सकती है, क्योंकि उत्तर-पश्चिम भारत में एक नया पश्चिमी विक्षोभ दस्तक देने वाला है। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि इस सिस्टम के असर से आने वाले दिनों में कई राज्यों में तेज हवाओं के साथ बारिश और गरज-चमक का सिलसिला शुरू हो सकता है। खासकर पहाड़ी राज्यों और उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में मौसम का बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा।
उत्तर भारत में तेज बारिश और हवाएं
1 मई से 5 मई तक जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। इस दौरान 30-50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं भी चलने की संभावना है। वहीं, मैदानी इलाकों में पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और राजस्थान के लोगों को भी तेज हवाओं और हल्की बारिश का सामना करना पड़ सकता है।
असम और पूर्वी उत्तर प्रदेश पर भी असर
30 अप्रैल को असम और मेघालय में भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। साथ ही पूर्वी उत्तर प्रदेश में धूल भरी आंधी चलने की आशंका जताई गई है। वहीं, 1 मई से दिल्ली, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में भी आंधी और बारिश के आसार हैं।
दक्षिण भारत में भी बारिश की संभावना
सिर्फ उत्तर ही नहीं, बल्कि दक्षिणी राज्यों में भी अगले कुछ दिनों तक मौसम में हलचल बनी रहेगी। कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, रायलसीमा, केरल, तमिलनाडु और पुडुचेरी में गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। खासकर 2 और 3 मई को उत्तर आंतरिक कर्नाटक में बूंदाबांदी के साथ हल्की गरज-चमक देखने को मिल सकती है।
तापमान और हीटवेव का हाल
अगले दो दिनों तक उत्तर-पश्चिम भारत के तापमान में कोई खास बदलाव नहीं होगा, लेकिन उसके बाद पारा 2 से 4 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है। हालांकि, कुछ क्षेत्रों में हीटवेव की स्थिति बनी रहेगी। हिमाचल प्रदेश और पूर्वी राजस्थान के कई हिस्सों में लू चलने की संभावना है, जबकि दिल्ली, पंजाब, हरियाणा और बिहार जैसे राज्यों में भीषण गर्मी लोगों को परेशान कर सकती है।