कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में जयपुर निवासी नीरज उधवानी की जान चली गई। पहले जारी की गई मृतकों की सूची में नीरज को उत्तराखंड का बताया गया था, लेकिन बाद में उत्तराखंड सरकार ने साफ किया कि मृतक उनके राज्य से नहीं है। नीरज का पार्थिव शरीर आज रात जयपुर लाया जाएगा, जिसे उनके परिजन जम्मू-कश्मीर से लेकर पहुंचेंगे। जानकारी के मुताबिक, मंगलवार को हुए आतंकी हमले में नीरज की मौत हो गई। तब से प्रशासन और परिवार के बीच लगातार संपर्क बना हुआ था। आज यानी 23 अप्रैल की रात 8:15 बजे, उनका शव इंडिगो की फ्लाइट से जयपुर पहुंचेगा।
पहले पूछा नाम, फिर चला दी गोली
जयपुर स्थित नीरज के घर में मातम पसरा हुआ है। परिजनों ने बताया कि उन्हें 22 अप्रैल की शाम को इस दुखद हादसे की सूचना मिली। 32 वर्षीय नीरज अपनी पत्नी आयुषी के साथ दुबई में रहते थे। वे भारत एक दोस्त की शादी में शामिल होने आए थे। 16 अप्रैल को शादी में शरीक होने के बाद वे शिमला भी घूमने गए थे। इसके बाद 21 अप्रैल को वे अपनी पत्नी के साथ कश्मीर घूमने पहुंचे। 22 अप्रैल को पहलगाम में जब वे दोनों वहां थे, उसी दौरान आतंकी हमला हुआ जिसमें नीरज की जान चली गई। परिजनों ने बताया कि हमलावरों ने पहले नीरज का नाम पूछा, फिर उनकी पत्नी को किनारे किया और उन्हें गोली मार दी।
तीन आतंकियों ने किया हमला
बताया जा रहा है कि पहलगाम से करीब 6 किलोमीटर दूर स्थित बैसरन का इलाका, जो देवदार के घने जंगलों और पहाड़ियों से घिरा एक खूबसूरत घास का मैदान है, हमले का केंद्र था। यह जगह ट्रैकिंग और पर्यटन के लिए लोकप्रिय मानी जाती है और ‘मिनी स्विट्ज़रलैंड’ के नाम से जानी जाती है। इसी इलाके में करीब तीन हथियारबंद आतंकियों ने घुसकर पर्यटकों पर अचानक फायरिंग शुरू कर दी। घटना के वक्त कुछ पर्यटक खाने-पीने की दुकानों के पास थे, जबकि कुछ घोड़े की सवारी कर रहे थे।
TRF ने ली हमले की जिम्मेदारी
सुरक्षा एजेंसियों के अनुसार, यह हमला 2019 के पुलवामा हमले के बाद सबसे बड़ा आतंकवादी हमला माना जा रहा है। इसमें 26 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है और कई घायल भी हुए हैं। मारे गए लोगों में अधिकतर पर्यटक हैं। हमले की जिम्मेदारी ‘द रेसिस्टेंस फ्रंट’ (TRF) नाम के आतंकी संगठन ने ली है, लेकिन जांच एजेंसियों को आशंका है कि इसके पीछे पाकिस्तानी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का हाथ हो सकता है।