दिल्ली पुलिस ने एक बड़ा अभियान चलाकर एटीएम चोरी और मोबाइल फोन चोरी के गिरोह के दो प्रमुख सदस्य को गिरफ्तार किया है। आरोपित फरमान और आसिफ, जो पिछले कुछ महीनों में 1.8 करोड़ रुपये मूल्य के मोबाइल फोन चोरी करने और एटीएम मशीनों को चोरी करने के घटनाओं में शामिल थे, को पुलिस ने दिल्ली और उत्तर प्रदेश के संयुक्त ऑपरेशन के दौरान गिरफ्तार किया। पुलिस ने बृहस्पतिवार को इस गिरफ्तारी की जानकारी दी।
गिरोह का सरगना फरमान का आपराधिक इतिहास
गिरोह का सरगना फरमान 2004 से आपराधिक गतिविधियों में शामिल था और उसका आपराधिक इतिहास लंबा है। उसने कोंडली में कबाड़ का कारोबार शुरू करने से पहले विभिन्न गंभीर अपराधों में भाग लिया था। वह दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और हरियाणा में हत्या, हत्या के प्रयास, चोरी और हथियार उल्लंघन सहित कम से कम 25 अपराधों से जुड़ा हुआ था। 2018 में उत्तर प्रदेश पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में उसे गोली भी लगी थी।
आसिफ और गिरोह के अन्य सदस्य
पूर्व टैक्सी चालक आसिफ को फरमान ने 2014 में गिरोह में शामिल किया था। आसिफ भी दिल्ली और उत्तर प्रदेश में हत्या और चोरी के पांच आपराधिक मामलों में शामिल पाया गया था। पुलिस के अनुसार, आसिफ और फरमान का गिरोह दक्षिणी दिल्ली के गोविंदपुरी इलाके में एटीएम चोरी की घटना में भी संलिप्त था।
एटीएम और मोबाइल फोन चोरी के मामलों की जानकारी
पुलिस उपायुक्त (दक्षिण-पूर्व) रवि कुमार सिंह ने बताया कि गोविंदपुरी इलाके में एटीएम चोरी की घटना के बाद पुलिस ने तकनीकी निगरानी और स्थानीय खुफिया जानकारी का इस्तेमाल कर संदिग्धों तक पहुंच बनाई। उन्होंने कहा कि सीसीटीवी फुटेज में दो संदिग्ध दिखाई दिए थे, जिनकी पहचान के बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तारी के बाद आरोपितों के पास से चोरी की गई एटीएम मशीन, एक कार, और चोरी में इस्तेमाल किए गए उपकरण बरामद किए गए। साथ ही, एटीएम को छिपाने के लिए इस्तेमाल की गई काली पॉलीथीन शीट भी बरामद की गई।
मोबाइल फोन चोरी की घटनाएं
आरोपितों ने अपनी पूछताछ के दौरान फरवरी और मार्च में छावला, गाजीपुर और फरीदाबाद में मोबाइल शोरूम में हुई चोरी में भी अपनी संलिप्तता स्वीकार की। इस दौरान गिरोह ने 1.8 करोड़ रुपये मूल्य के मोबाइल फोन चुराए थे। पुलिस ने बताया कि गाजीपुर में एक कपड़ा शोरूम में भी चोरी की कोशिश की गई थी, साथ ही द्वारका में एटीएम चोरी का प्रयास भी किया गया था।
अब भी तलाश जारी
पुलिस ने कहा कि अब भी एक अन्य संदिग्ध राजा और चोरी के मोबाइल फोन लेने वाले व्यक्ति की तलाश जारी है। गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने इस गिरोह के पूरे नेटवर्क को उखाड़ने की योजना बनाई है और अन्य संदिग्धों की तलाश कर रही है।