आगरा के थाना एत्माद्दौला क्षेत्र में गुरुवार रात एक पिता ने अपनी दिव्यांग पुत्री को कथित तौर पर जहर दे दिया और फिर खुद भी फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने यह जानकारी दी। सहायक पुलिस उपायुक्त हेमंत कुमार ने बताया कि थाना एत्माद्दौला क्षेत्र के कटरा वजीर खां स्थित दो मंजिला मकान की एक मंजिल में चंद्र प्रकाश (50) अपनी 14 साल की बेटी के साथ रहते थे। उनके बड़े भाई इंद्रजीत ऊपर की मंजिल में रहते हैं। उन्होंने बताया कि शुक्रवार सुबह बड़े भाई इंद्रजीत ने पुलिस को सूचना दी कि उनके छोटे भाई ने अपनी पुत्री को जहर दे दिया है और खुद भी आत्महत्या कर ली है।
दिव्यांग पुत्री को जहर देकर पिता ने खुद भी लगाई फांसी
कुमार ने इंद्रजीत की शिकायत के हवाले से बताया कि वह रोज सुबह चाय पीने छोटे भाई के घर जाते थे लेकिन गुरुवार सुबह जब वह नीचे की मंजिल में पहुंचे तो देखा कि उनकी भतीजी सो रही थी इस पर वह खुद ही चाय बनाने के लिए रसोईघर पहुंचे और जैसे ही उन्होंने रसोइघर का दरवाजा खोला तो देखा कि फंदे के सहारे उनके भाई चंद्रप्रकाश का शव लटक रहा था। चीख पुकार सुन कर आस-पड़ोस के लोग भी वहां आ गए और सबने मिलकर शव को नीचे उतारा। कुमार ने शिकायत के आधार पर बताया कि इस पर इंद्रजीत ने अपनी भतीजी को आवाज दी और उसके नहीं उठने पर उसका चादर हटाया तो देखा की उसके मुंह से झाग निकल रहा था।
शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज मामले की जांच में जुटी पुलिस
उन्होंने बताया कि चंद्रप्रकाश की बेटी जन्म से दिव्यांग थी। तीन साल पहले उनकी पहली पत्नी रेखा की हृदयाघात से मौत हो गई थी। जिसके बाद वह अकेले ही अपनी बेटी की देख रेख कर रहे थे। उन्होंने बताया कि चंद्रप्रकाश ने एक साल पहले दिल्ली निवासी सुनीता से दूसरा विवाह किया था मगर दोनों के बीच अनबन रहती थी। चंद्रप्रकाश की दूसरी पत्नी तीन दिन पहले ही यहां से गई है। उन्होंने बताया कि प्रथम दृष्टया ऐसा लग रहा है कि चंद्रप्रकाश ने पहले बेटी को जहर दिया, इसके बाद आत्महत्या कर ली। पुलिस ने शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और हर पहलू से मामले की जांच कर रही है।