लखनऊ: बृहस्पतिवार को बहराइच हिंसा के आरोपी का हुए एनकाउंटर को लेकर अब सियासत गरमा गई है। जहां एक ओर विपक्ष सवाल उठा रहा है तो वहीं सत्ता पक्ष कानून की बात कर रहा है। इसी कड़ी में योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने बड़ा बयान दिया है। जब पुलिस पकड़ने जाएगी और कोई पुलिस के पर गोलियों कि बौछार करेगा तो पुलिस उसको माला पहनाएंगी या फूलों कि वर्षा करेगी? उन्होंने कहा कि पुलिस हमेशा आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों को गिरफ्तार करने जाती है अगर वह पुलिस टीम पर हमला करते हैं तो पुलिस की तरफ से भी आत्मरक्षा में फायरिंग की जाती है। फायरिंग में वह चाहे मरे या जिंदा या मुर्दा उनको गिरफ्तार करती है।
उन्होंने कहा कि अपराध अगर करना है तो जमीन के अंदर रहना पड़ेगा या ऊपर जाने पड़ेगा या जेल में के अन्दर ही उसे रहना होगा। उन्होंने कहा कि जिस तरह से साढ़े 7 साल से कानून चल रहा है प्रदेश में उसी तरह से व्यवस्था रहनी चाहिए जो भी कानून के खिलाफ काम करेगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि अभी पैर में गोली मारी गई है अभी और सबक सिखाया जाएगा।
आप को बता दें कि बहराइच हिंसा मामले में पांच संदिग्धों को बृहस्पतिवार को पुलिस के साथ मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया गया, जिनमें दो को गोली लगी है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी। अधिकारी ने कहा कि आरोपी कथित तौर पर नेपाल भागने की कोशिश कर रहे थे, जिसकी सीमा उत्तर प्रदेश के बहराइच से लगती है। अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) अमिताभ यश ने एक समाचार चैनल को बताया, “पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।” मुठभेड़ के बारे में उन्होंने कहा, “मुझे गोलीबारी और गोली लगने की सूचना मिली है।
यश ने कहा कि बहराइच में एक व्यक्ति की हत्या और उसके बाद हुई हिंसा के मामले में जांच कर रही बहराइच पुलिस ने पहले ही नेपाल में एक आरोपी के लिंक की पुष्टि कर ली है। गत रविवार को दुर्गा पूजा विसर्जन जुलूस के दौरान एक पूजा स्थल के बाहर तेज आवाज में संगीत बजाने को लेकर जिले की महसी तहसील के महाराजगंज में हिंसा भड़क उठी थी। पुलिस के अनुसार हिंसा में गोली लगने से 22 वर्षीय राम गोपाल मिश्रा की मौत हो गई। घटना के बाद इलाके में तोड़फोड़ और आगजनी शुरू हो गई और गुस्साई भीड़ ने कई घरों, दुकानों, शोरूम, अस्पतालों और वाहनों को आग लगा दी।