जैसलमेर के बबर मगरा में पिछले दिनों अपने कुकर्म छिपाने के लिए चाचा और मौसी की एक ऐसी खौफनाक वारदात सामने आई, जिससे लोगों की दिल दहल उठा । चाचा-मौसी ने मिलकर दो मासूम बच्चों की जान लेने की वारदात से पूरे इलाके के लोगों में खौफ का माहौल हैं । अपनी हवस पूरी करने के लिए चाचा-मौसी ने हत्या की वारदात को अंजाम दिया ।
लोगों ने मासूमों को दी श्रद्धांजिल
घटना को लेकर आक्रोशित लोगों ने दोनों मासूमों को श्रद्धांजलि देने के लिए श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया । इस दौरान सैंकड़ों लोगों ने दोनों बच्चों की तस्वीरों पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित की । वहीं पड़ोसियों का कहना है कि सर्व धर्म के लोगों की ओर से इस घटना की घोर निंदा की जा रही है। घटना के बाद हम लोगों में भय व्याप्त हैं। तीन दिन से लोगों ने खाना नहीं खाया है। लोग घरों से बाहर निकलने से डर रहे हैं। मासूमों को बिना गलती के मौत के घाट उतार दिया गया। जिन बच्चों को हाथों में खिलाकर बड़े किए थे, उन्ही बच्चों को आज श्रद्धांजलि दे रहे हैं । इससे बड़े दुख की बात और क्या हो सकती है ?
आरोपियों से कॉलोनी और मकान कराए जाए खाली
साथ ही उनका कहना है कि हमारी प्रशासन से मांग है, कि इन लोगों को हमारी कॉलोनी से मकान खाली करवाया जाए। ये लोग दोबारा भी ऐसा कृत्य कर सकते है । पुलिस प्रशासन को धन्यवाद देते हुए उन्होंने मांग करते हुए कहा कि दोनों आरोपियों को फांसी की सजा होनी चाहिए।
बच्चों ने चाचा-मौसी को देखा था आपत्तिजनक हालत में
आपको बता दें कि शनिवार को 6 वर्षीय आदिल व 7 वर्षीय हसनेन अपने घर के बाहर खेल रहे थे। खेलते-खेलते उन्होंने रिश्ते में चाचा व मौसी को आपत्तिजनक हालत में देख लिया था। अपने कुकर्म छिपाने के लिए दोनों दरिंदो ने मासूमों को कमरे में बुलाकर दोनों की हत्या कर उनके शव पास में बने मकान के पानी के टैंक में डाल दिए थे। हत्या के शक पर बच्चों के परिजनों सहित अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों ने धरना प्रदर्शन भी किया था।
हालांकि पुलिस ने घटना का तुरन्त खुलासा करते हुए दोनों हत्यारों को अगले दिन रविवार को गिरफ्तार कर दिया। फिलहाल आस पड़ोस के लोगों में भय का माहौल बना हुआ है । ऐसे में लोगों की मांग है, कि हत्यारों के मकान कॉलोनी से खाली करवाकर उन्हें फांसी की सजा दी जाए।