नई दिल्लीः देश में साइबर फ्रॉड के मामले लगातार बढ़ते जा रहें हैं। इसका अंदाजा लगाना मुश्किल है। कभी बैंक की तरफ से कॉल करके फ्रॉड किया जाता है, तो कभी विदेश में नौकरी या एजुकेशन का लालच देकर अकाउंट से पैसे निकाल लिए जाते हैं। अब तो लकी मोबाइल नंबर या वॉट्सऐप नंबर को लेकर भी फ्रॉड हो रहे हैं। थोड़ी सी लापरवाही से लोग साइबर फ्रॉड का शिकार हो जाते हैं। हर दिन मीडिया में ऐसे साइबर फ्रॉड या स्कैम की खबरें आती हैं। स्कैमर ने यहां तक कि सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस (CJI) तक को नहीं बख्शा। एक स्कैमर ने CJI डीवाई चंद्रचूड़ के नाम पर ही फ्रॉड करने की कोशिश की।
मामला मंगलवार का है। एक स्कैमर ने मैसेज किया, “हैलो, में चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (CJI) हूं। कॉलेजियम के साथ हमारी एक इंपॉर्टेंट मीटिंग है। मैं कनॉट प्लेस में फंस गया हूं। क्या आप मुझे कैब के लिए 500 रुपये भेज सकते हैं? सुप्रीम कोर्ट पहुंचते ही मैं पैसे वापस कर दूंगा।” मैसेज के आखिर ये भी बताया गया था कि इसे किस डिवाइस से भेजा गया है। स्कैमर ने लिखा- “सेंट फ्रॉम आइपैड CJI डीवाई चंद्रचूड़ के नाम पर साइबर फ्रॉड करने के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने CJI के निर्देश पर मंगलवार (27 अगस्त) को साइबर क्राइम सेल में शिकायत दर्ज कराई है। साइबर क्राइम सेल मामले की जांच कर रही है।
हर रोज रिपोर्ट होते हैं 7 हजार से ज्यादा केस
भारत में इस साल तेजी से साइबर फ्रॉड के मामले बढ़े हैं। मई 2024 में इंडियन साइबर क्राइम कोऑर्डिनेशन सेंटर (I4C) की ताजा रिपोर्ट सामने आई थी। इसमें कहा गया था कि साल के पहले 4 महीने में सैकड़ों करोड़ रुपये की ठगी की गई है। सबसे ज्यादा ठगी के मामले ऑनलाइन ट्रेडिंग के नाम पर की गई है। इसमें बताया गया था कि भारत में हर रोज 7 हजार से ज्यादा साइबर क्राइम की रिपोर्ट दर्ज की जा रही हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, इस साल के शुरुआती 4 महीनों में 4।70 लाख साइबर फ्रॉड की शिकायतें दर्ज कराई गई हैं।
ट्रेडिंग में साइबर फ्रॉड के सबसे ज्यादा मामले
साइबर फ्रॉड के सबसे ज्यादा मामले ट्रे़डिंग स्कैम के सामने आए हैं। इनमें लोगों से 1420 करोड़ रुपये की ठगी की गई है। 2024 की शुरुआती 4 महीने में ट्रेडिंग स्कैम के 20,043 मामले दर्ज किए गए हैं। साइबर फ्रॉड करने वाले लोगों को ट्रेडिंग के नाम पर ज्यादा पैसे कमाने का लालच देकर लूट रहे हैं। भारत में ऑनलाइन इन्वेस्टमेंट, गेमिंग, सेक्सटॉर्शन, गिफ्ट और बैंकिंग फ्रॉड के मामले भी तेजी से बढ़े हैं।
कैसे काम करता है स्क्रैच कार्ड स्कैम?
हाल ही में साइबर स्कैम के लिए स्कैमर्स नया तरीका अपना रहे हैं। स्क्रैच कार्ड के जरिए लोगों को टारगेट किया जा रहा है। लोगों को कूरियर सर्विस के जरिए स्क्रैच कार्ड मिलता है, जिसे स्क्रैच करने पर उन्हें प्राइज मनी जीतने का लालच दिया जाता है। जैसे ही कोई इस कार्ड को स्क्रैच करता है, तो उसके नंबर पर मैसेज आता था कि उन्होंने लाखों रुपये जीते है। इसे क्लेम करने के लिए एक नंबर पर फोन करके डिटेल देनी होगी। कई बार प्राइज मनी के चक्कर में लोग अपनी अकाउंट डिटेल तक शेयर कर देते हैं और साइबर फ्रॉड का शिकार हो जाते हैं।