उत्तर प्रदेश के फतेहपुर पुलिस ने 9 साल के मासूम की हुई हत्या का खुलासा करते हुए पुलिस ने बताया कि बीते 29 जून को मृतक छात्र की मां द्वारा सूचना दी गई थी कि उसका 09 वर्षीय बच्चा सौरा कस्बा स्थित एक मदरसे में पढ़ता है जो गायब हो गया है, जिसके बाद पुलिस ने पहुंच कर छानबीन की। अगले दिन 30 जून को बच्चे की मां द्वारा सूचना दी गई की उसके बच्चे की चप्पल व टोपी मदरसे के बगल में स्थित एक तालाब के पास पड़े हैं, जिस पर पुलिस द्वारा जाल डलवा कर बच्चे की तलाश की गई, किंतु कुछ भी हाथ नहीं लगा। उसके बाद पास में स्थित एक कुएं की जब तलाशी ली गई तो बोरी में बंद बच्चे का शव बरामद हुआ।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मुकदमा संख्या 136/2024 धारा 363 भारतीय दंड विधान पंजीकृत किया गया और मुकदमे की विवेचना के लिए एसओजी व मलवा थाना की पुलिस मुखबिर की सूचना पर घटना में शामिल रकीमुद्दीन व दिलनवाज से जब कड़ाई से पूछताछ की तो उन लोगों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। उन्होंने बताया कि पंजीकृत किए गए अभियोग में अपराध धारा 302, 201, 377, 34 भारतीय दंड विधान व 5एम/6 पाक्सो एक्ट की बढ़ोतरी कर गिरफ्तार करते हुए न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया गया है। पुलिस अधीक्षक ने घटना की जानकारी देते हुऐ बताया कि पकड़े गए अभियुक्त रिश्ते में साला-जीजा है जो बिहार प्रांत के पूर्णिया जनपद के रहने वाले हैं।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि घटना में प्रयुक्त मोटर साइकिल, सेलो टेप व रस्सी का टुकड़ा भी बरामद कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि पकड़े गए दोनों अभियुक्त सौरा निवासी जुबैरी हसन के मदरसे का संचालन करते हैं, जिसमें करीब डेढ़ दर्जन बच्चे तालीम हासिल कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि अभियुक्त दिलनवाज मोबाइल में पॉर्न वीडियो देखने का आदी है और जब शाम करीब छः बजे मदरसे के सभी बच्चे खेलने के लिए चले गए तो दिलनवाज उस बच्चे को मदरसे में बने एक कमरे पर ले गया और अपनी हवस का शिकार बना डाला। अपराध छिपाने के लिए सेलो टेप से उसका मुंह बंद कर दिया और रस्सी से हाथ- पैर बांध दिए, जिसकी वजह से बच्चे का दम घुट गया और उसकी मौत हो गई।
उन्होंने बताया कि बच्चे के साथ हुई घटना के बारे में दिलनवाज ने अपने जीजा रकीमुद्दीन को बताया तो उसने अब इस घटना की किसी से भी चर्चा न करने की बात करते हुए मदरसे को बदनामी से बचाने के लिए शव को ठिकाने लगाने की योजना बना डाली। उन्होंने बताया कि देर रात बच्चे के शव को ठिकाने लगाने के लिए दोनों अभियुक्त शव को बोरी में भरकर मोटर साइकिल के जरिए गांव के बाहर स्थित कुएं में फेंक दिया। उन्होंने बताया कि मदरसे में अध्यनरत अन्य बच्चों के बारे में सीडब्लूसी के माध्यम से छानबीन कराई जा रही है।