उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले के वृन्दावन में शनिवार को बीकानेरवाला रेस्टोरेंट के सीवर टैंक में काम करने उतरे तीन कारीगरों की कथित रूप से करंट लगने से मौत हो गई थी। तीनों मजदूरों का पोस्टमार्टम करा लिया गया। जिसके बाद यह पुष्टि हुई है कि तीनों मजदूरों की मौत करंट लगने से हुई थी। इसमें रेस्टोरेंट के संचालक की बड़ी लापरवाही मानी जा रही है। संचालक ने बिना सुरक्षा उपकरणों के मजदूरों को टैंक में उतारा था।
पीड़ित परिवार पर दबाव बनाने का आरोप
बता दें कि इस हादसे के बाद मृतकों के साथियों ने कार्यस्थल पर सुरक्षा के समुचित उपाय न किए जाने व नियमों के विपरीत कार्य कराए जाने का आरोप लगाया था। इस मामले की जांच की जा रही है। हादसे में रेस्टोरेंट के संचालक की बड़ी लापरवाही मानी जा रही, उसने बिना सुरक्षा उपकरणों के मजदूरों को टैंक में उतारा था। वहीं, यह भी आरोप लगाया जा रहा है कि आश्रम की जमीन पर कमर्शियल गतिविधियां, मानकों को ताक पर रखकर रेस्टोरेंट निर्माण का किया गया है। इस पर मथुरा-वृंदावन विकास प्राधिकरण के अधिकारी मूकदर्शक है। इसके अलावा यह भी आरोप है कि पीड़ित परिवार पर समझौते का दबाव बनाने की कोशिश की जा रही है। फिलहाल, पुलिस मामले में तहरीर का इंतजार कर रही है।
सीवर टैंक में साफ करते समय हुआ था हादसा
शनिवार सुबह कुछ कारीगर एक रेस्तरां में काम करने के लिए गए थे और उसी दौरान एक कारीगर सीवर टैंक में काम करने के लिए उतरा और वह बेहोश हो गया। जिसके बाद उसे बचाने के लिए दो लोग और उतरे लेकिन वे भी बेहोश हो गए। तीनों को बाहर निकालकर तुरंत जिला संयुक्त चिकित्सालय पहुंचाया गया जहां, चिकित्सकों ने तीनों को मृत घोषित कर दिया। मृतकों की पहचान अमित गुप्ता (28) व उसके भतीजे प्रिंस गुप्ता (21) के रूप में की है। फिलहाल, पुलिस इस मामले की जांच में जुटी है।