रोहिणी सेक्टर-10 स्थित डी मॉल के परिसर में रविवार दोपहर सीवर मेनहोल में सफाई के लिए उतरे दो सफाई कर्मचारियों में से जहरीली गैस से दम घुटने के कारण एक की मौत हो गई। जबकि दूसरे की हालत गंभीर बनी हुई है। जिसे रोहिणी के अंबेडकर अस्पताल से एक निजी अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया है।
पीड़ित परिवार के बयान के आधार पर पुलिस ने आईपीसी की धारा-284, 337 व 304 ए के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। सोमवार की सुबह पोस्टमार्टम के बाद मृतक सफाई कर्मचारी का शव पुलिस ने इनके स्वजन को सौंप दिया। पीड़ित परिवार का कहना है कि उनको इंसाफ चाहिए, इस मामले में दो भी दोषी पाए जाएं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
कृष्णा 2021 से सफाई कर्मचारी थे
मृतक 32 वर्षीय हरे कृष्णा परिवार के साथ सुल्तानपुरी के पी-1 ब्लॉक में रहते थे। परिवार में पत्नी मनीषा, एक साल की बेटी व दो भाई हैं। मृतक के छोटे भाई उमाशंकर प्रसाद ने बताया कि कृष्णा एक निजी कंपनी के तहत रोहिणी के डी मॉल में सफाई कर्मचारी थे। वर्ष 2021 से यहां साफ-सफाई का काम करते थे। रविवार को वह घर से सुबह 10 बजे काम के लिए निकले थे। करीब ढ़ाई बजे कंपनी के एक कर्मचारी उन्हें फोन कर जानकारी दी कि हरे कृष्णा की तबीयत बिगड़ गई है, जिसे रोहिणी के अंबेडकर अस्पताल में ले जाया गया है।
अस्पताल पहुंचने पर उन्हें पता चला कि उनकी भाई की मौत हो चुकी है। उमाशंकर ने बताया कि माल में काम करने वाले उन्हे अन्य कर्मचारियों ने बताया कि उनके भाई को रविवार दोपहर करीब एक बजे माल परिसर स्थित सीवर लाइन के मेनहोल में सफाई के लिए उतारा गया था। कुछ समय बाद मेनहोल में कोई हलचल न होने के कारण यहां मौजूद लोगों में अफरा-तफरी मच गई।